Highlights
- हनीप्रीत जिस भूमिका में है, उसी में बनी रहेगीः राम रहीम
- पंजाब चुनाव से पहले भी मिली थी जेल से छूट
- जेल से 40 दिन की पैरोल पर बाहर आया है राम रहीम
Ram Rahim: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पैरोल पर इन दिनों जेल से बाहर है। इस दौरान वह ऑनलाइन सत्संग कर रहा है। राम रहीम ने उन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया कि सिरसा मुख्यालय वाले पंथ के प्रमुख के लिए उसके संभावित उत्तराधिकारी के रूप में कोई उभरेगा। राम रहीम ने कहा कि यह केवल अटकलें हैं। डेरा प्रमुख ने कहा कि वह इस पंथ का प्रमुख है और रहेगा। जिसके हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं।
राम रहीम पैरोल पर रिहा होने के बाद से ही यूपी के बरनवा आश्रम से अपने अनुयायियों के लिए ऑनलाइन सत्संग कर रहा है। इसमें उसके अनुयायियों सहित नेता और विधायक भी हिस्सा ले रहे हैं। राम रहीम दो शिष्याओं से रेप के मामले में 20 साल की सजा काट रहा है। हाल ही में वह सुनारिया जेल से 40 दिन की पैरोल पर बाहर आया। जिसके बाद वह बरनावा आश्रम गया।
हनीप्रीत जिस भूमिका में है, उसी में बनी रहेगीः राम रहीम
सत्संग के एक वीडियो में उत्तराधिकार के मुद्दे पर बात करने से पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख ने संकेत दिया कि हनीप्रीत राम रहीम की मुख्य शिष्या डेरा की व्यवस्था में जिस भी भूमिका में है, वह बनी रहेगी। साथ ही राम रहीम ने कहा कि ‘उसे और अधिक खुशी मिले‘। राम रहीम ने कहा कि ‘हर कोई जानता है कि उसका नाम हनीप्रीत है, वह मेरी मुख्य शिष्या है। मैंने उसे एक नाम भी दिया है और मैं उसे रूह-दी या रूहानी दीदी कह कर पुकारता हूं‘।
राम रहीम पैरोल पर आने के बाद से ही चर्चा में बना हुआ है। चर्चाएं तो यह भी उठ रही हैं कि उसे पैरोल भी तभी मिलती है, जिन दिनों में कोई चुनाव होते हैं। इस समय हरियाणा में स्थानीय चुनाव हैं। ऐसे में उसे पैरोल मिल गई। 2017 से साध्वी यौन शोषण मामले में राम रहीम सजा काट रहा है और पत्रकार छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में भी सजा हो चुकी है लेकिन जब जब चुनाव होता है तब तब राम रहीम पैरोल पर बाहर आता है ये भी सच है।
पंजाब चुनाव से पहले भी मिली थी जेल से छूट
इसी साल पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 7 फरवरी को 21 दिन की फरलो मिली थी। उसके तीन महीने बाद 27 जून को फिर से राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी। 2021 में तीन बार और 2022 में दो बार पैरोल पर बाहर थे। अबकी बार 40 दिन की पैरोल मिली है तो इस बार हरियाणा में पंचायत चुनाव है और आदमपुर में उपचुनाव है।
डेरा समर्थकों की ताकत
राम रहीम को अपनी और डेरा समर्थकों की ताकत का पता है इसीलिए बाबा आए तो अपने ऑनलाइन संदेश में इस बात का इशारा भी कर दिया। हरियाणा के नौ जिलों की करीब तीन दर्जन विधानसभा सीटों पर डेरे का पूरा दखल है।