Highlights
- वन विभाग की ठोस रणनीति न होने का खामियाजा
- करोड़ों की वन संपदा जलकर खाक
- धुएं से पशु-पक्षियों के बसेरों को नुकसान
Rajouri Forest Fire: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में गुरुवार को जंगल में भीषण आग लग गई। वन विभाग द्वारा आग बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। आग लगने से करोड़ों की वन संपदा जलकर खाक हो गई। आग लगने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वहीं, वन विभाग के कर्मचारी आग पर काबू पाने में जुट गए। जंगल में लगी भीषण आग से उठ रही लपटे और धुएं की वजह से देर रात आग पर काबू पाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आग लगने की वजह से पूरे इलाके में धुएं का गुब्बार सा छा गया। आग से जंगल में पशु-पक्षियों के बसेरों को नुकसान हुआ है।
राजौरी जिले की तहसील नौशहरा के फारेस्ट डिविजन के अंतर्गत आने वाले जंगलों में भयंकर आग के कारण वन संपदा और वन्य जीव जलकर राख हो गए हैं। हर वर्ष लगने वाली वनों को आग से बचाने के लिए वन विभाग की ओर से ठोस रणनीति नहीं बनाई जा रही है। वनों में आग लगने का मुख्य कारण वनों के समीप रहने वाले स्थानीय लोग हैं जो अपने मवेशियों की घास के लिए वनों में आग लगाते हैं।
हालांकि नौशहरा फर्स्ट डिवीजन के अंतर्गत आने वाले रानी बतेदर निवासी दो लोगों को आग लगाते हुए रंगे हाथों वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा पकड़ा गया था और उनके खिलाफ फारेस्ट एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। अगर इसी प्रकार की कार्रवाई इससे पूर्व की होती तो शायद जंगलों के पास रहने वाले लोगों में डर बना रहता और वह जंगलों को आग से बचाने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाते।
वन विभाग के अधिकारियों को चाहिए कि वह वनों के पास रहने वाले लोगों को इसकी जिम्मेदारी उन्हीं को सौंपे कि जंगलों में आग लगी तो उनके खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा। वहीं, नौशहरा की ऐतिहासिक पहाड़ी टाय धार पर गत दो दिनों से आग लगी हुई है, जिसे वन विभाग व सेना के जवान भी बुझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन आग बेकाबू होकर जंगल में फैलती जा रही है जिस कारण जंगल राख हो रहे हैं।