योगी आदित्यनाथ ने नारा दिया - 'बंटोगे तो कटोगे'. बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारा दिया - 'एक हैं, तो सेफ हैं'। अब ये दोनों नारे महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों में सबसे बड़े मुद्दे बन गए हैं। उद्धव ठाकरे हों, शरद पवार हों, मल्लिकार्जुन खरगे हों, या कांग्रेस के दूसरे नेता, किसी को इनका जवाब नहीं सूझ रहा है। इसीलिए कोई योगी को गाली दे रहा है, तो कोई योगी को कोस रहा है। योगी आदित्यनाथ का ये अंदाज कांग्रेस के नेताओं को बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सोमवार को झारखंड में थे। पलामू की रैली में खरगे ने योगी आदित्यनाथ की तुलना आतंकवादियों से कर दी। खरगे ने कहा कि योगी आदित्यनाथ साधू हैं, गेरुआ वस्त्र पहनते हैं लेकिन बांटने-काटने की बात करते हैं, ये सनानत का अपमान है, बांटने-काटने की बात तो आतंकवादी करते हैं।
खरगे ने रविवार को नागपुर में भी कहा था कि ‘योगी का चोला तो संत का है लेकिन भगवा वस्त्र की आड़ में वह गंदी राजनीति करते हैं, इसलिए उन्हें भगवा वस्त्र उतारकर नेताओं के सफेद कपड़े पहनने चाहिए’। खरगे यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि ‘अगर योगी जैसे नेता चुनाव जीतते रहे तो वो एक दिन संविधान खत्म कर देंगे, मनु स्मृति को लागू कर देंगे और खुद महंत बनकर देश चलाएंगे।’
इस पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ‘खरगे के बयान से साफ हो गया है कि कांग्रेस भगवा से, सनातन से कितनी नफरत करती है।’ कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ‘जो भगवा के विरोधी है, वो सनातन विरोधी हैं, और जो सनातन के विरोधी हैं, वो देश भक्त हो ही नहीं सकते, इसलिए अब हिन्दू समाज कांग्रेस को सबक सिखाएगा।‘
सोमवार को बीजेपी ने महाराष्ट्र के अखबारों में फ्रंट पेज पर एक विज्ञापन दिया. इसमें प्रधानमंत्री मोदी का नारा, ' एक हैं तो सेफ हैं' लिखा हुआ था। इस विज्ञापन में एकता दिखाने के प्रतीक के तौर पर समाज के अलग अलग वर्गों की टोपियों की तस्वीर इस्तेमाल की गई है। लेकिन इसमें मुस्लिमों की जालीदार टोपी गायब थी। इसको महाविकास आघाडी के नेताओं ने मुद्दा बना लिया। संजय राउत ने कहा कि बीजेपी के पास सिर्फ एक ही टोपी है और वो है RSS की काली टोपी। जवाब में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 140 करोड़ लोगों की बात की है।
वैसे महा विकास आघाड़ी के कुछ नेताओं को लगता है कि अगर बीजेपी हिन्दू वोटों को एकजुट करने की कोशिश कर रही है, तो जवाब में मुस्लिम वोटर अपने आप गोलबंद होंगे और इसका फायदा मोदी विरोधी मोर्चे को मिलेगा और ऐसा हो भी रहा है। वक्फ संशोधन बिल को लेकर पूरे देश में बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। जगह-जगह मौलाना और मुस्लिम संगठनों के नेता कॉन्फ्रैंस कर रहे हैं . वक्फ संशोधन बिल को मुसलमानों की संपत्ति हड़पने की बीजेपी की साजिश बताई जा रही है। मुस्लिम संगठनों ने 24 नंबवर को 'दिल्ली चलो' की कॉल दी है। (रजत शर्मा)
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