प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार और शुक्रवार को अनोखे अंदाज में गुजरात के मदाताओं पर अपना जादू बिखेरा। दरअसल, यह मौका था 29 हजार करोड़ की परियोजनाओं को लॉन्च करने और नेशनल गेम्स के उद्घाटन का, लेकिन पीएम मोदी ने अपनी इस यात्रा के दौरान सूरत और भावनगर में जो रोड शो किया उसमें हजारों की तादाद में उनके समर्थक मौजूद थे। मोदी की झलक पाने के लिए सड़क के किनारे खड़े लोगों का जोश एक जैसा था। इन लोगों ने ढोल-बाजे और गुजरात के पारंपरिक गीतों से उनका स्वागत किया।
गुरुवार की रात दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में नेशनल गेम्स का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने एक लाख दर्शकों का अभिवादन करते हुए पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाया।
शुक्रवार की सुबह मोदी ने गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई और गांधीनगर से कालूपुर तक की यात्रा भी की। पीएम मोदी ने अहमदाबाद मेट्रो के पहले फेज का उद्घाटन करने के साथ ही इसमें सफर भी किया। अपने इस छोटे सफर के दौरान उन्होंने छात्राओं से मुलाकात भी की। शुक्रवार शाम तक वे अंबाजी मंदिर में पूजा करने के अलावा वहां 7 हजार 200 करोड़ की परियोजनाओं की शुरुआत करनेवाले हैं। जिस तरह से गुजरात की आम जनता ने पूरे उत्साह के साथ पीएम मोदी का स्वागत किया और नारे लगाए उससे राज्य की जनता के साथ मोदी के गहरे लगाव की एक झलक मिलती है।
यह अप्रत्यक्ष तौर पर मोदी द्वारा चुनाव अभियान की शुरुआत है, क्योंकि इस साल के अंत में गुजरात विधानसभा के चुनाव होनेवाले हैं। जब मोदी ने अपना रोड शो निकाला तो आम लोगों में उत्साह साफ झलक रहा था। बड़ी संख्या में लोग सड़क के दोनों ओर लाइन में खड़े थे।
अपने धरती पुत्र के स्वागत करते हुए कहीं लोक नर्तकों ने नृत्य किया तो कहीं लोक गीतों का गायन किया गया। मोदी ने भीड़ को निराश नहीं किया। एक जगह 29 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा-मैं लंबे समय के बाद गुजरात आया हूं, लेकिन खाली हाथ नहीं हूं।
एक अन्य जगह पर मोदी ने कहा, मैं गुजराती खाना नहीं भूला हूं, जैसे भावनगर के गोविंदभाई की प्रसिद्ध गांठिया या सूरत की थाली, लेकिन इस बार नवरात्रि का व्रत रखने के चलते मैं गुजराती खाने को बिना चखे ही जा रहा हूं।
पीएम मोदी ने नेशनल गेम्स के उद्घाटन के मौके पर एक लाख दर्शकों की क्षमता वाले नरेंद्र मोदी स्टेडियम को दर्शकों से पूरी तरह भरा देखकर कहा-'मेरे पास इस माहौल का वर्णन करने के लिए शब्द नहीं है।'
दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने मोदी के पसंदीदा नारे 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का उद्घोष किया। नेशनल गेम्स का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने दर्शकों से 'जुड़ेगा इंडिया, तो जीतेगा इंडिया' नारा लगाने का आह्वान किया। मोदी को बधाई देने के लिए 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एथलीट मौजूद थे। ओलंपिक पदक विजेता पी. वी. सिंधु, नीरज चोपड़ा, रवि दहिया समेत अन्य खिलाड़ी भी इस मौके पर उपस्थित थे।
नेशनल गेम्स की पूर्व संध्या पर बुधवार की रात अहमदाबाद का आकाश ड्रोन शो से जगमगा उठा। स्वदेशी स्टार्टअप बॉटलैब डायनेमिक्स द्वारा डिजाइन किए गए इस शो ने अद्भुत छटा बिखेरी। ड्रोन की मदद से गुजरात का नक्शा, नेशनल गेम्स का लोगो, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की रूपरेखा और भारत के नक्शे से आसमान चमक उठा। आसमान पर पर लिखा था-'स्वागत है माननीय प्रधानमंत्री जी।'
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शुरू हुए नेशनल गेम्स इस मायने में खास हैं कि गुजरात सरकार ने महज तीन महीने में इसके लिए सारी तैयारियां कर ली। पहले ये गेम्स गोवा में होनेवाले थे लेकिन किसी ना किसी वजह से स्थगित होते जा रहे थे। ऐसे में गुजरात को राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का ऑफर मिला। 36वें नेशनल गेम्स में कुल 36 खेल प्रतियोगिताएं होंगी। करीब 15 हज़ार खिलाड़ी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। अहमदाबाद के अलावा कुछ खेल प्रतियोगिताएं गांधीनगर, सूरत, राजकोट, भावनगर और वडोदरा में भी होंगी। आखिरी बार नेशनल गेम्स 2015 में केरल में आयोजित किए गए थे। इसके बाद पहले कोरोना और फिर दूसरी वजह से नेशनल गेम्स की तारीख आगे बढ़ती गई लेकिन गुजरात सरकार की पहल के बाद अहमदाबाद में नेशनल गेम्स शुरू हुए।
जिस सरदार पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में नेशनल गेम्स का आयोजन किया गया है वह कई मायनों में खास है। यहां दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम तो है ही साथ ही यहां फुटबॉल, टेनिस समेत कई और स्पोर्ट्स इवेंट की सुविधाएं हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद कहा कि दुनिया में इस तरह के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बहुत कम हैं, जहां इतने सारे खेल आयोजित किए जा सकते हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस स्टेडियम से भारत में स्पोर्टिंग कल्चर को बढ़ावा मिलेगा।
मोदी ने कहा कि ओलम्पिक में मेडल्स की संख्या भी ये बताती है कि कोई देश कितना पावरफुल है। मोदी ने कहा- 'मैं भारत को स्पोर्ट्स के क्षेत्र में सुपरपावर के तौर पर देखना चाहता हूं और निश्चित रूप से संकल्प पूरा होगा। टोक्यो ओलंपिक में हमारे खिलाड़ियों ने 17 मेडल्स जीते।'
इससे पहले मोदी भावनगर में थे जहां लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। मोदी जब गुजरात में होते हैं तो प्रधानमंत्री नहीं रहते। वे पक्के गुजराती हो जाते हैं। गुजरात के लोग भी मोदी का स्वागत प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि घर के बड़े के तौर पर या घर के मुखिया के तौर पर करते हैं। मोदी जब गुजरात जाते हैं तो जहां कार्यक्रम होता है वहां सीधे हैलीकॉप्टर से नहीं उतरते। वे एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक सड़क के रास्ते जाते हैं जिससे लोगों से मिल सकें।
गुजरात के लोग भी मोदी को देखने-सुनने के लिए घंटों इंतजार करते हैं। भावनगर में मोदी का काफिला जब सड़क पर निकला तो सड़क के दोनों ओर हजारों लोग खड़े थे। इस भीड़ में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग भी शामिल थे। सब अपनी-अपनी तरह से मोदी का स्वागत कर रहे थे।
भावनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने वहां के अलंग पोर्ट की बात की। उन्होंने कहा-अलंग पोर्ट का नाम हर कोई जानता है। यह स्क्रैप के कारण प्रसिद्ध था। अब यह इलाका दुनिया भर में कंटेनर सप्लाई कर रहा है।
सौराष्ट्र-नर्मदा अवतरण सिंचाई परियोजना (सौनी योजना) का उद्घाटन करते हुए मोदी ने लोगों को याद दिलाया कि कैसे गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर 2012 में जब उन्होंने इस सौनी परियोजना की शुरुआत की थी तो लोगों ने कहा था कि विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर इस योजना का शिलान्यास किया गया है और चुनाव खत्म होते ही वह इसे भूल जाएंगे। लेकिन उन्होंने अपना वचन निभाया।सौनी परियोजना के तहत सरदार सरोवर बांध में बाढ़ का पानी बढ़ने पर उसे सौराष्ट्र के 115 बांधों की ओर मोड़ दिया जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सूरत से अपने दो दिवसीय गुजरात यात्रा की शुरुआत की। यहां लोगों ने मोदी का जबरदस्त स्वागत किया। मोदी खुली गाड़ी में सवार होकर लोगों के बीच से गुजरे। सूरत गुजरात का इंडस्ट्रीयल हब है। यहां दूसरे राज्यों के लाखों लोग विभिन्न उद्योगों में काम करते हैं। पीएम मोदी ने सूरत में 34 सौ करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में वाटर सप्लाई, ड्रेनेज सिस्टम, डायमंड रिसर्च एंड मर्चेन्टाइल सिटी यानी ड्रीम सिटी, बायोडाइवर्सिटी पार्क, BRTS कॉरिडोर, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और दूसरी परियोजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सूरत सिर्फ एक शहर नहीं बल्कि 'मिनी इंडिया' है। सूरत मेहनत का मूल्य देता है और प्रतिभा की कद्र करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सूरत में गरीबों के लिए 80 हज़ार घर बनाए गए हैं। सूरत के ड्रेनेज सिस्टम को नए सिरे से बनाया गया है। ताप्ती के किनारों को विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि सूरत की सूरत और सीरत दोनों बदल रही है।
गुजरात में मोदी का जादू बरकरार है। सूरत, भावनगर और अहमदाबाद में आम जनता ने जिस उत्साह से उनका स्वागत किया गया उससे आनेवाले विधानसभा चुनावों की साफ झलक मिलती है। यहां विपक्ष बिल्कुल निराशाजनक स्थिति में है।
गुजरात में बीजेपी पिछले दो दशक से ज्यादा समय से लगातार सत्ता में बनी हुई है। इस सफलता के लिए पार्टी एक व्यवस्थित चुनावी मशीनरी का दावा कर सकती है। लेकिन इसके अलावा मोदी का मैजिक भी एक बड़ा कारण है। मोदी ने मुख्यमंत्री और बाद में प्रधानमंत्री के रूप में गुजरात के लोगों पर जादू कर दिया है। मोदी ने राज्य के चुनावों के दौरान अपने ज्यादातर भाषणों में जिस 'डबल इंजन सरकार' मॉडल का उल्लेख किया है, उसने लोगों और राज्य की बेहतरी के लिए काम किया है। (रजत शर्मा)
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