नई दिल्ली: दिल्ली के बुराड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है। आज इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा इस अधिवेशन में चीफ गेस्ट बनकर पहुंचे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों और वहां मौजूद सदस्यों ने बेहद गर्मजोशी के साथ रजत शर्मा का स्वागत किया। इस दौरान देश-विदेश से आए 10 हजार से ज्यादा ABVP के कार्यकर्ता मौजूद थे। रजत शर्मा ने इस राष्ट्रीय अधिवेशन में 3 युवाओं को प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार से भी सम्मानित किया।
ABVP ने संघर्षों से जूझना सिखाया: रजत शर्मा
संबोधन के दौरान रजत शर्मा ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि ABVP का जो सामान्य कार्यकर्ता था, जो गुमनाम था, उसे ABVP ने संघर्षों से जूझना सिखाया और इसीलिए वो आज मुख्य अतिथि के तौर पर सामने है। रजत शर्मा ने ये भी कहा कि आप लोगों में से ही कल मजबूत नेतृत्व करेंगे और कल के अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी बनकर निकलेंगे।
रजत शर्मा ने इस कार्यक्रम में बताया कि कैसे वो ABVP से जुड़े और उसके बाद उनके जीवन में क्या बदलाव आया। कैसे ABVP ने उन्हें संघर्ष करना सिखाया। इसके साथ ही रजत शर्मा ने ये भी बताया कि ABVP से जुड़ने के बाद उन्हें कैसे कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा। रजत शर्मा ने बताया कि इमरजेंसी के दौरान वो लोग कैसे विरोध करते थे, कैसे उन्हें गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया।
संगठन से जुड़ी अपनी यात्रा में हमने कई पड़ाव देखे हैं: रजत शर्मा
ABVP के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए रजत शर्मा ने कहा कि इस संगठन से जुड़ी अपनी यात्रा में हमने कई पड़ाव देखे हैं। वैश्विक स्तर पर भारत का अपमान भी होते हुए देखा है और यशोगान भी देख रहे हैं। कभी आतंकियों द्वारा देश में खून खराबा भी देखा है और आज पाकिस्तान में डर के मारे आतंकियों को घर बदलते हुए भी देख रहे हैं। ये सब ABVP की सामर्थ्य की वजह से संभव हुआ है।
रजत शर्मा ने ABVP से भारत को भविष्य में भी मजबूत नेतृत्व मिलने का भरोसा जताते हुए कहा कि आप लोगों में से ही देश को कल का अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी मिलने वाला है। ABVP के इस राष्ट्रीय अधिवेशन में रजत शर्मा ने 40 साल से कम के 3 युवाओं को प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा परस्कार से भी सम्मानित किया। इस दौरान रजत शर्मा ने ABVP द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। जिन लोगों को रजत शर्मा ने पुरस्कार दिया, उनके नाम लहरी बाई, शरद विवेक सागर और डॉक्टर वैभव भंडारी हैं।