Highlights
- गहलोत गुट के तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया
- रिपोर्ट में तीनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई थी
- सीएम गहलोत के आवास पर हुई बैठक, 20 विधायक और मंत्री पहुंचे
Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच मंगलवार दोपहर करीब 20 विधायक और मंत्री बैठक के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पहुंचे। यह बैठक तब हुई जब कांग्रेस नेतृत्व ने राज्य के मंत्रियों शांति धारीवाल, महेश जोशी और आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इससे पहले कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष ए के एंटनी को दिल्ली बुलाया गया। साथ ही सचिन पायलट मंगलवार दोपहर दिल्ली पहुंचे और उनके आलाकमान से मुलाकात की भी संभावना है।
दरअसल, पर्यवेक्षक के तौर पर जयपुर गए अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी लिखित रिपोर्ट मंगलवार शाम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर 'अनुशासनहीनता' के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार इन तीनों विधायक- शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। इसके बाद आलाकमान ने तीनों विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
गहलोत के करीबी तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस
बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार शाम को मुख्यमंत्री आवास पर होनी थी, लेकिन गहलोत के वफादार कई विधायक बैठक में नहीं आए। उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर मीटिंग आयोजित हुई थी, इसलिए इन पर कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। वहीं, महेश जोशी चीफ व्हिप हैं, जिन्होंने विधायकों को कॉल कर बुलाया था, इसलिए इन्हें दोषी बताया गया।
किसी पद को लेकर कोई महत्वाकांक्षा नहीं है: गहलोत
वहीं, पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोहराया कि उनकी किसी पद को लेकर कोई महत्वाकांक्षा नहीं है और उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी इस बारे में अगस्त में अवगत करा दिया था। सूत्रों ने बताया कि बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई और विधायकों ने मुख्यमंत्री के साथ वर्तमान राजनीतिक जमीनी हालात के बारे में बात की।
'CM ने विधायकों से अपने क्षेत्रों में जाकर मजबूती से काम करने को कहा'
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री आवास पर गहलोत से मंगलवार को मिलने वाले विधायकों में मंत्री भंवर सिंह भाटी, सालेह मोहम्मद, अशोक चांदना एवं सुखराम विश्नोई और विधायक मीना कुमारी, रफीक खान, खुशवीर जोजावर, अमित चाचाण, मदन प्रजापत एवं जगदीश जांगिड़ शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि गहलोत ने विधायकों से अपने क्षेत्रों में जाकर मजबूती से काम करने को कहा है।