हिमाचल प्रदेश में वर्षा के बाद 72 सड़कों को बंद कर दिया गया है और स्थानीय मौसम कार्यालय ने दो सितंबर को भी छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्य आपात अभियान केंद्र के मुताबिक जिन 72 सड़कों को बंद किया गया है उनमें 35 शिमला में, 15 मंडी में, नौ कुल्लू में तथा एक-एक उना, सिरमौर तथा लाहौल एवं स्पीति जिलों में हैं। उसके अनुसार राज्य में वर्षा के कारण 10 विद्युत एवं 32 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हुई हैं। केंद्र के मुताबिक 27 जून को मानसून के आगमन से अबतक राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 150 लोगों की मौत हो गयी है ।
हिमाचल प्रदेश में बारिश से भारी नुकसान
राज्य को वर्षा के चलते 1265 करोड़ रुपये की नुकसान हुआ है। राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार शाम से रूक-रूक कर वर्षा हो रही है। सुंदरनगर में 44.8 मिलीमीटर (मिमी), शिलारू में 43.1 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 20.4 मिमी, मनाली में 17 मिमी, शिमला में 15.1 मिमी, स्लेपर में 11.3 मिमी और डलहौजी में 11 मिमी बारिश हुई। स्थानीय मौसम कार्यालय ने दो सितंबर को राज्य में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का 'येलो' अलर्ट जारी किया है। वहीं दूसरी तरफ बारिश से बेहाल गुजरात में तूफान असना के कारण भारी बारिश होने की संभावना है।
गुजरात में तूफान की आशंका
बता दें कि गुजरात पहले से ही भारी बारिश की मार झेल रहा है और हजारों लोगों को विस्थापित करना पड़ा है। वहीं, कर्नाटक में अरब सागर से सटे इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार देश के उत्तर पूर्वी राज्यों और मध्य भारत में तेज बारिश हो सकती है। वहीं, ओडिशा सहित पांच पूर्वी राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दक्षिण भारतीय राज्यों में भी तेज बारिश हो सकती है। हालांकि, दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। गुजरात के किनारे अरब सागर पर बना तूफान असना भी ओमान की तरफ मुड़ गया है। ऐसे में गुजरात के लोगों ने राहत की सांस ली है।
(इनपुट-भाषा)