Railway News: रेलवे में नौकरी के लिए छात्रों के पास शानदार मौक है। बता दें कि रेलवे में पिछले 2 साल से बंद पड़ी भारत स्काउट और कल्चरल कोटे की भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) जल्द ही रेलवे में स्काउट और कल्चरल कोटे की भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगा। रेलवे बोर्ड ने तत्काल प्रभाव से इन दोनों कोटे की रेलवे भर्ती पर लगी रोक को हटाने का आदेश दिया है।
रेलवे बोर्ड की डिप्टी डायरेक्टर स्थापना ललिथा आर मेनन ने सभी जोन के महाप्रबंधकों, उत्पादन इकाईयों और रेलवे भर्ती सेल (RRC) के अध्यक्षों को आदेश जारी कर दिया है। रेलवे इसी वित्त वर्ष (2022-23) से स्पोर्टस कोटे की खाली पड़ी रिक्तियों को भरेगा। इसे लेकर नोटिस जल्द जारी किया सकता है।
कलाकारों की सीधी भर्ती की जाती थी
रेलवे में मंडल स्तर पर भारत स्काउट गाइड और कल्चरल कोटे से कलाकारों की सीधी भर्ती की जाती थी। मंडल प्रशासन अपनी जरुरतों के अनुसार समय-समय पर इन दोनों कोटे से युवकों को नौकरी देता था। इसके लिए एक चयन समिति का गठन किया जाता था। कमेटी में रेल मंडल से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते थे।
पीयूष गोयल के रेलमंत्री बनने के बाद रोक लगी
पीयूष गोयल के रेलमंत्री बनने के बाद स्काउट व गाइड, कल्चरल के साथ स्पोर्टस कोटे की भर्ती पर रोक लगा दी गई। ऐसे में स्काउट व गाइड की ट्रेनिंग लेने वाले कई युवाओं का नौकरी पाने का सपना टूट गया। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के केंद्रीय महामंत्री शिवगोपाल मिश्र ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से पिछले महीने मुलाकात कर स्काउट गाइड, कल्चरल और स्पोर्ट्स कोटे की भर्ती पर लगी रोक को हटाने की मांग की थी।
उन्होंने कहा था कि रेलवे में अब खेलकूद की नर्सरी नहीं पनप पा रही है। फुटबाल सहित कई खेल के खिलाड़ी मंडल और यूनिट स्तर पर तैयार नहीं हो पा रहे हैं। शिवगोपाल मिश्र के अनुरोध पर रेलवे बोर्ड ने इस वित्तीय वर्ष से स्काउट गाइड व कल्चरल कोटे की भर्ती बहाल कर दी है। पिछले वर्षों से न होने वाली भर्ती की रिक्तियों को इस वित्तीय वर्ष में शामिल नहीं किया जाएगा।
इन पदों के लिए क्या होनी चाहिए योग्यताएं?
छात्रों का किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से 10वीं और 12वीं का परीक्षा पास करना जरूरी है। इसके साथ ही संबंधित ट्रेड में आईटीआई (ITI) सर्टिफिकेट हो। इसके अलावा पिछले दो साल से किसी स्काउट संगठन का एक्टिव सदस्य होना अनिवार्य है। वहीं, उम्मीदवार नेशनल लेवल या अखिल भारतीय रेलवे स्तर पर दो कार्यक्रमों और स्टेट लेवल पर दो कार्यक्रमों में भाग लिया होना चाहिए।