Indian Railways: भारतीय रेल से हर रोज लाखों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं। इसे लेकर भारतीय रेलवे यात्रियों की हर सुविधा का ख्याल रखने की कोशिश करता है। हालांकि, बीच-बीच में ट्रेन में साफ-सफाई और खाने की क्वालिटी को लेकर भी सवाल उठते रहते हैं। संसद में आज शुक्रवार को रेलवे को मिली शिकायत के एक आंकड़े की जानकारी दी गई।
दरअसल, पिछले तीन सालों के दौरान राजधानी ट्रेनों में खानपान सेवाओं को लेकर कुल 6,361 शिकायतें मिली हैं। संसद में आज रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि पिछले तीन वर्षों के दौरान 31 अक्टूबर 2022 तक राजधानी ट्रेनों में खानपान सेवाओं के लिए कुल 6,361 शिकायतें प्राप्त हुईं। जुर्माना लगाने, अनुशासन और अपील नियम (डी एंड एआर) कार्रवाई आदि सहित उपयुक्त कार्रवाई प्रत्येक मामले में की गई थी।
भोजन के नमूने एकत्र किए जा रहे
जवाब में कहा गया है कि ट्रेनों में आपूर्ति किए जा रहे भोजन की क्वालिटी सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण और निगरानी तंत्र के एक हिस्से के रूप में नियमित रूप से भोजन के नमूने एकत्र किए जा रहे हैं। पिछले तीन वर्षों के दौरान, रेलवे/आईआरसीटीसी की ओर से 787 नमूने एकत्र किए गए। उन्होंने जवाब में कहा, भारतीय रेलवे का निरंतर प्रयास है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) की ओर से अधिसूचित मात्रा और निर्धारित मानदंडों और मानकों के अनुसार अच्छी क्वालिटी वाला भोजन उपलब्ध कराया जाए।
सफाई की जांच के लिए थर्ड पार्टी ऑडिट
जवाब में कहा, राजधानी ट्रेनों सहित ट्रेनों के यात्रियों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार के लिए की गई प्रमुख पहलों में बेस किचन/रसोई इकाइयों का उन्नयन, वास्तविक समय की निगरानी के लिए बेस किचन/रसोई इकाइयों में सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, राजधानी ट्रेनों में ऑन बोर्ड आईआरसीटीसी पर्यवेक्षकों की तैनाती, क्यूआर कोड फूड पैकेट की शुरुआत और पैंट्री कारों और रसोई इकाइयों में स्वच्छता और सफाई की जांच के लिए थर्ड पार्टी ऑडिट शामिल है। इसके अलावा, ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण भी आयोजित किया जाता है।