Highlights
- 'भूमि अधिग्रहण में देरी होने के कारण लेट हो रही'
- 'बुलेट ट्रेन के किराए लोगों की पहुंच में ही होगा'
- 320 किमी/घंटा की रफ्तार से चलाने का प्रस्ताव
Bullet Train Update: पहली बुलेट ट्रेन के चलने का इंतजार देश की जनता लंबे समय से कर रही है। बता दें कि देश की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी। पिछले दिनों रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुलेट ट्रेन के किराए को लेकर इशारा किया था। अब उन्होंने लोकसभा में बुलेट ट्रेन की टाइमलाइन के बारे में बताया।
अश्विनी वैष्णव ने संसद में दिए लिखित जवाब में कहा कि बुटेन ट्रेन कब शुरू होगी, इस पर कोई भी टाइमलाइन तब ही दी जा सकती है, जब महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) का काम पूरा हो जाए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में दिए लिखित जवाब में बताया कि मुंबई से अहमदाबार के बीच चलने वाली हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट (MAHSR) महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी होने के कारण देरी हो रही है।
बुलेट ट्रेन के किराए को लेकर भी दिया था इशारा
उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 के चलते भी प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनी को फाइनल करने में भी देरी हुई। भूमि अधिग्रहण के बाद ही अनुमानित लागत और समय सीमा के बारे में सही जानकारी दी जा सकेगी। इससे पहले रेल मंत्री ने बुलेट ट्रेन के किराए को लेकर भी इशारा दिया था।
रेल मंत्री ने कहा था कि बुलेट ट्रेन के किराए पर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है, लेकिन यह लोगों की पहुंच में ही होगा। इसके लिए फर्स्ट एसी को आधार बनाया जा रहा है, जो बहुत ज्यादा नहीं है। इससे ये माना जा रहा है कि बुलेट ट्रेन का किराया फर्स्ट एसी के बराबर होगा।
'बुलेट ट्रेन का किराया फ्लाइट से कम होगा'
रेल मंत्री ने यह भी कहा था कि बुलेट ट्रेन का किराया फ्लाइट से कम होगा और इसमें सुविधाएं भी अच्छी मिलेंगी। हालांकि, उन्होंने यह कहा कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ही किराया तय किया जाएगा। मुंबई और अहमदाबाद के बीच 320 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है। दोनों शहरों के बीच कुल 508 किमी की दूरी है और इसमें 12 स्टेशन होंगे।
वहीं, कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राज्य सरकार ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के काम में तेजी लाने के लिए सभी तरह की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा था, "जो भी लंबित मामले थे, उनमें फॉरेस्ट क्लियरेंस और जमीन अधीग्रहन के अलावा कुछ और चीजें थीं।