Highlights
- मोदी राज में अब तक इतने हुए रेल हादसे
- खुद रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने बताए आंकड़े
- 2014-15 से लेकर अब तक के हैं आंकड़े
Railway Accidents: देश में रेल हादसों की वजह से हर साल हजारों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इन्हीं हादसों पर एक प्रश्न का जवाब देते हुए लोकसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि साल 2014-15 यानि जब से मोदी सरकार देश में बनी है तब से देश में कुल कितने रेलवे एक्सिडेंट्स हुए हैं। इस पर बात करते हुए रेल मंत्री ने बताया कि 25 ऐसी रेल दुर्घटनाएं हुई हैं जिनमें दो ट्रेनों की आपस में टक्कर हुई है। इसी के साथ रेलवे से जुड़ी आग लगने की घटनाओं की बात करें तो ऐसी 33 घटनाएं दर्ज की गई हैं।
रेल मंत्री के लोकसभा में दिए जवाब के अनुसार 2014-15 से लेकर अब तक रेलगाड़ियों की टक्कर की कुल 25 दुर्घटनाएं घटी हैं, जिसमें इस वित्त वर्ष में गत 26 जुलाई तक ऐसी एक घटना घटी है। आंकड़ों के अनुसार इस अवधि में रेलवे में आग लगने की 33 घटनाएं घटीं, जिनमें इस वित्त वर्ष में 26 जुलाई तक आग लगने की दो घटनाएं सामने आईं हैं। वैष्णव ने जो उत्तर दिया उसके अनुसार 2014-15 से अब तक रेलगाड़ियों के पटरी से उतरने के कुल 396 हादसे हुए, जिनमें चालू वित्त वर्ष में 26 जुलाई तक 6 ऐसी घटनाएं घटीं। उन्होंने बताया कि 2014-15 से लेकर 2022-23 में 26 जुलाई तक रेलवे के क्रॉसिंग पर दुर्घटनाओं के 133 मामले सामने आए हैं, जिनमें इस वित्त वर्ष में अब तक कोई ऐसा मामला दर्ज नहीं किया गया है।
कुछ बड़े रेल हादसे
हाल के कुछ वर्षों में रेलवे की कार्यप्रणाली दुरुस्त होने की वजह से हादसों में कमी आई है। हालांकि इसके बावजूद भी देश में बड़े रेल हादसे होते रहते हैं। इससे पहले ट्रेन के पटरी से उतरने का बड़ा हादसा 3 फरवरी 2019 को पटना के पास हुआ था जब सीमांचल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। उस हादसे में कम से कम 7 यात्रियों की मौत हो गई थी। इसके पहले अक्टूबर 2018 में एक हादसे में न्यू फारक्का एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी जिसमें 7 यात्रियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। वहीं, जनवरी 2017 में हीराखंड एक्सप्रेस विजयनगरम के पास दुर्घटनाग्रस्त हुई थी जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई थी और 69 घायल हो गए थे।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे उठा रहा है बड़ा कदम
इंडियन रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के लिए हमेशा कोशिशों में जुटी रहती है। खासतौर पर सुरक्षा तंत्र को लेकर रेल मैनेजमेंट काफी गंभीर है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने को लेकर बड़ा काम किया जा रहा है। रेलवे ने देश के 756 खास रेलवे स्टेशनों पर वीडियो निगरानी प्रणाली यानी वीएसएस लगाने की योजना तैयार की है। इसमें मध्यप्रदेश के 15 रेलवे स्टेशन भी शामिल हैं। पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर के अंतर्गत ये रेलवे स्टेशन आते हैं। रेल मंत्रालय (Rail Ministry) ने निर्भया फंड के तहत भारतीय रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर वीडियो निगरानी प्रणाली लगाने की मंजूरी दी है।