Highlights
- आपकी भोजपुरी मातृ भाषा हुई।
- राज भाषा यानी कामकाज की भाषा
- हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया था
Bharat Jodo Yatra: हाल ही में हम सभी ने हिंदी दिवस मनाया है। हिंदी पखवाड़े के दौरान हिंदी भाषा से जुड़ी कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। हिंदी भाषा को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह के लेख लिखे गए। हर कोई अपने-अपने अंदाज में हिंदी भाषा के बारें में लिखा। अब फिर से हिंदी भाषा चर्चा का विषय बन गया है। आपको बता दें कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंदी भाषा को लेकर एक बयान दिया है। अब ये बयान हिंदीभाषी लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने राहुल गांधी का विरोध भी किया है। राहुल गांधी इस समय भारत जोड़ो यात्रा अभियान को सफल बनाने में लगे हैं।
हिंदी को राष्ट्र भाषा नहीं बनाना
राहुल गांधी ने इसी यात्रा के दौरान हिंदी को लेकर एक बड़ी बात कह डाली है। उन्होंने कहा कि उनका इरादा हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने का बिल्कुल नहीं है। कर्नाटक के लोगों को संबोधिक करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कन्नड़ जैसी क्षेत्रीय भाषाओं की पहचान को कोई खतरा नहीं है। इसी के साथ हिंदी भाषा को लेकर कई बार वाद-विवाद भी हुए हैं। आज भी कई लोगों को लगता है कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है जबकि ऐसा नहीं है। अगर ऐसा आप सोच रहे होंगे तो आप गलत हो सकते हैं। आज आपको भाषा जुड़ी जानकारी देने की कोशिश करुंगा। क्या आपको पता है कि राष्ट्र भाषा और राज भाषा में क्या अतंर होता है। क्या आपको जानकारी है कि मातृ भाषा और राष्ट्र भाषा दोनों अलग-अलग होती है। तो चलिए आपको हर सवालों का जवाब देने का प्रयास करते हैं।
क्या हिंदी आपकी राष्ट्र भाषा नहीं?
आपने कई दफा लोगों को कहते हुए सुना होगा कि हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है लेकिन जो फैक्ट्स के आधार पर वो गलत होता है। हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा नहीं है। हिंदुस्तान में सबेस अधिक हिंदी बोली जाती है। उत्तर भारत में हिंदी का बोल बाला है। आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा क्यों नहीं है, आखिर राष्ट्र भाषा क्या होता है। आपको बता दें कि हिंदी पूरे भारत में नहीं बोली जाती है। हिंदुस्तान के कई हिस्सों में वहां के क्षेत्रीय भाषा बोली जाती है। उदाहरण के तौर पर साउथ इंडिया में हिंदी का नामो निशान नहीं है। दक्षिण भारत के जो भी राज्य है, वहां पर सभी के अपनी-अपनी भाषा है। राष्ट्र भाषा उसे कहा जाता है, जिसे पूरे देश के नागरिक एक ही भाषा का बोले। फिर जाकर राष्ट्र भाषा की मान्यता मिलती है।
मन में सवाल मातृ भाषा क्या होता है?
अब आप सोच रहे होंगे कि फिर हिंदी भाषा कौन सी भाषा है। आपको बता दें कि हिंदी हमारी राज भाषा है। राज भाषा यानी कामकाज की भाषा। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एकमत से हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया था। वहीं आपको बता दें कि मातृ भाषा उस भाषा को कहा जाता है। जहां हम पैदा होते हैं। उस जगह जो भाषा बोली जाती है उस भाषा को मातृ भाषा कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर समझे कि जैसे अगर आपका जन्म बिहार के किसी ऐसे जिले में जन्म हुई है जहां पर भोजपुरी भाषा बोली जाती है। तो आपकी भोजपुरी मातृ भाषा हुई।