नई दिल्ली: राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आज पंजाब हरियाणा के शंभु बॉर्डर से पंजाब में एंट्री लेने वाली है। इससे पहले सोमवार को कुरुक्षेत्र में राहुल गांधी ने एक बार फिर RSS और बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि 21वें सदी के कौरव खाकी हाफ पैंट पहनते हैं और शाखा लगाते हैं। वहीं, संघ की तुलना कौरवों से करने को लेकर सियासत गरमा गई है। यूपी के डिप्टी सीएम ने ट्वीट कर राहुल पर निशाना साधा है। उन्होंने राहुल के हिंदू और हिंदुत्व पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने राहुल के हिंदू और हिंदुत्व पर सवाल खड़े करते हुए ट्वीट कर लिखा, ''कहावत है नया मुल्ला प्याज़ ज़्यादा खाता है,वही हाल टी शर्ट वाले तथाकथित प्रेम पुजारी जो हिंदू और हिंदुत्व पर अनाप-शनाप बोल रहे हैं,सच यह है कि उनको हिंदुत्व, तपस्वी और पुजारी का अर्थ ही पता नहीं,कुछ दिनों टी शर्ट पहन ठंड झेलने वाले अपने को तपस्वी समझने लगे!''
'महाभारत के समय जो कौरव और पांडवों की लड़ाई थी, वहीं आज की लड़ाई'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सोमवार को अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कहा जब यात्रा शुरू हुई तो लोगों ने कहा की दक्षिण भारत में जो सहयोग और समर्थन मिल रहा है। वो उत्तर भारत में नहीं मिलेगा। केरल में जो साथ मिल रहा है वो कर्नाटक में नहीं मिलेगा, कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने बाकी सब प्रदेशों को दिखा दिया कि हरियाणा क्या है और क्या कर सकता है। राहुल ने कहा ये हरियाणा सदियों से देश को सिखा रहा है। महाभारत के समय जो कौरव और पांडवों की लड़ाई थी। वहीं आज की लड़ाई हैं। पांडव जो थे वो तपस्या करते थे। पांडवों में इस धरती पर कभी नफरत नहीं फैलाई, किसी गरीब व्यक्ति के खिलाफ अपराध नहीं किया।
'हिन्दुस्तान के 2-3 सबसे अमीर कौरवों के साथ हैं'
केंद्र सरकार पर चुटकी लेते हुऐ कहा की पांडवों ने कभी नोटबंदी की क्या? गलत GST लागू की थी क्या, वो कभी नहीं करते, क्योंकि वो जताते थे कि ये गलत नीति इस धरती के तपस्वियों से चोरी करने का तरीका है। एक तरफ पांच तपस्वी थे जिनके साथ सब धर्मों के लोग थे जैसे भारत जोड़ो यात्रा मोहब्बत की दुकान। पांडवों ने भी नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोली थी। दूसरी तरफ संगठन था। इक्कीसवीं सदी के कौरव खाकी हाफ पैंट पहनते हैं। हाथ में लाठी लेकर शाखा लगाते हैं। हिन्दुस्तान के कुछ सबसे अमीर अरबपति कौरवों के साथ खड़े हैं। हिन्दुस्तान की दो तीन शक्तियों ने नोटबंदी, जीएसटी लागू की। इन्होंने प्रधानमंत्री का हाथ चलाया। उस समय के अरबपति भी पांडवों के साथ नहीं खड़े थे, इसलिए उन्हें घर से निकाल दिया गया। उन्हें जंगल में रहना पड़ा। मगर उन पांडवों के साथ इस धरती के गरीब, मजदूर और छोटे दुकानदार खड़े थे। ये देश तपस्वियों का देश है।
'RSS के लोग कभी भी हर हर महादेव नहीं कहते'
कुरुक्षेत्र में कांग्रेस सांसद राहुल ने सोमवार को कहा, आरएसएस के लोग कभी भी 'हर हर महादेव' नहीं कहते क्योंकि भगवान शिव 'तपस्वी' थे और ये लोग भारत की 'तपस्या' पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने 'जय सिया राम' से देवी सीता को हटा दिया है। ये लोग भारत की संस्कृति के खिलाफ काम कर रहे हैं।