Highlights
- भगवंत मान पेशी पर पहुंचे अदालत
- दो साल पहले हुआ था मामला दर्ज
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दो साल पहले उनके खिलाफ दर्ज हुए दंगा के एक मामले में शनिवार को एक स्थानीय अदालत में पेश हुए। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेशी के दौरान मान का प्रतिनिधित्व पूर्व महाधिवक्ता अनमोल रतन सिद्धू ने किया। अदालत में पेश होने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनकी पार्टी (आम आदमी पार्टी) ने बिजली दरों में कमी की मांग को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन किया था।
मान ने संवाददाताओं से कहा कि प्रदर्शन के दौरान पानी की बौछार का इस्तेमाल किया गया था और बाद में उस समय हमारे खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था। मान और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ जनवरी 2020 में पार्टी की ओर से किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान दंगा, मारपीट, पुलिस को उनके कर्तव्य का पालन करने से रोकने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। उस समय अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री थे, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) विपक्ष में थी।
पुलिस ने इन धाराओं में किया मामला दर्ज
मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने धारा 147, 149, 332 और 353 के तहत चार्जशीट दायर किया गया है। आपको बता दें कि पंजाब ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरों में एक जनवरी 2020 से 36 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की थी। उस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री थे। आम आदमी पार्टी के विधायकों सहित दूसरे कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया था। इसी समय मान और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।