Highlights
- 'पंजाब सरकार ने 20,000 नौकरियां दी'
- 'हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी'
- 'भ्रष्टाचार के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की'
Punjab News: आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब में अपनी सरकार के छह महीने का रिपोर्ट कार्ड शनिवार को पेश किया और विपक्षी दलों को उनके दशकों के शासनकाल में उनकी सरकारों द्वारा छह महीने में कोई भी बड़ा कार्य किए जाने को साबित करने की चुनौती दी। आप के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि सरकार ने 20,000 नौकरियां दी, हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी, भ्रष्टाचार के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की, मूंग की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया और 100 मोहल्ला क्लीनिक खोले।
पार्टी की यह प्रतिक्रिया तब आयी है, जब एक दिन पहले ही विपक्ष ने यह आरोप लगाते हुए राज्य सरकार पर करारा प्रहार किया था कि उसने चुनाव से पहले पंजाब के लोगों को सपने बेचे, लेकिन सत्ता में आने के बाद सभी मोर्चों पर नाकाम रही। पंजाब में आप सरकार ने 16 सितंबर को छह माह पूरे किए। आप नेता कंग ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में यह सरकार पहले दिन से ही काम में जुट गई, जबकि पिछली सरकारों ने लोगों को बेवकूफ बनाया और करदाताओं का पैसा अपनी तिजोरी भरने में खर्च किया।
कंग ने कहा, "मैं कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा और शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को चुनौती देता हूं कि वे अपने दशकों पुराने शासन के दौरान सरकार बनने के छह महीने के भीतर किए गए किसी भी बड़े काम को बताएं।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अकाली दल की सरकारों ने केवल लोगों को लूटा है, दोनों पार्टियों के नेता आप सरकार के साफ-सुथरे कामों से बौखला गए हैं, इसलिए वह झूठे आरोप लगाकर मान सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
आप सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन
वहीं, एनएसयूआई (NSUI) की पंजाब इकाई के सदस्यों को प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास की ओर बढ़ने से रोकने के लिए शनिवार को पुलिस ने उन पर पानी की बौछार डाली। एनएसयूआई के सदस्य बेरोजगारी और आप सरकार पर सभी मोर्चों पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए उसकी नीतियों के खिलाफ पंजाब कांग्रेस भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री मान के आवास का घेराव करने की धमकी दी थी।
NSUI के एक सदस्य ने कहा, "हमने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, ताकि वह अपने वादे पूरे कर सके।" पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री आवास जाने से रोकने के लिए अवरोधक लगाए थे। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने जब अवरोधक पार करने का प्रयास किया, तो पुलिस को उन पर पानी की बौछार करनी पड़ी। बाद में एनएसयूआई की पंजाब इकाई के अध्यक्ष इशरप्रीत सिंह सिधू सहित कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।