पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के साथ नए-नए फैसले लिए जा रहे हैं। अब एक ऐसा ही फैसला सरदार भगवंत मान की सरकार ने लिया है जो अभी तक नहीं हुआ है। अब शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के शहीदी दिवस पर पंजाब में छुट्टी होगी। इससे पहले भगवंत मान ने कहा था कि वह भगत सिंह के सपनों का पंजाब बनाएंगे। अब पंजाब के लोगों का पैसा पंजाब की भलाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
विधानसभा में मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान ने कहा कि इस अवसर पर पंजाब के लोग, बड़े और बच्चे भगत सिंह के गांव खटकरकलां जाकर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित कर सकेंगे। साथ ही पंजाब विधानसभा में भगत सिंह और बाबा साहेब आंबेडकर की मूर्ति लगाई जाएगी। इसको लेकर विधानसभा ने प्रस्ताव पास कर दिया है।
भगत सिंह के गांव में ली थी भगवंत मान ने शपथ-
गौरतलब है कि भगवंत मान ने भगत सिंह के गांव खटकर कलां में ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसमें अरविंद केजरीवाल समेत कई हस्तियां शामिल हुई थीं। भगवंत मान ने कहा था कि वह भगत सिंह के सपनों का पंजाब बनाएंगे। कार्यभार संभालने के बाद भगवंत मान अपनी एक तस्वीर को लेकर विवादों में घिर गए थे। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि भगवंत मान ने शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह का चित्र सीएम ऑफिस से हटा दिया है।
तस्वीर में भगवंत मान के पीछे भगत सिंह और बाबा साहेब आंबेडकर की तस्वीर नज़र आ रही थी। भगवंत के पीछे लगी भगत सिंह भी पीले रंग की पगड़ी में नज़र आ रहे थे। इतिहासकारों का कहना था कि ये असली तस्वीर नहीं है क्योंकि भगत सिंह की कोई तस्वीर पीले रंग की पगड़ी में नहीं है। भगत सिंह के परिवार ने कहा था, 'उनका विजन मायने रखता है, न कि तस्वीर में उनकी पगड़ी का रंग। पंजाब के सीएम भगवंत मान शहीद भगत सिंह को अपना आदर्श मानते हैं।'