Highlights
- 'नव संकल्प शिविर' में भाग लेने के लिए बुधवार को लखनऊ पहुंची थीं प्रियंका
- अचानक दिल्ली लौट जाने की वजह का नहीं हो पाया खुलासा
- पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी नहीं लगी दिल्ली लौट जाने की भनक
Priyanka Gandhi: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपना यूपी दौरा रद्द कर दिया है और दिल्ली लौट आई हैं। इसकी जानकारी गुरुवार को पार्टी के एक नेता ने दी। प्रियंका उत्तर प्रदेश में पार्टी के पुनरुद्धार की रणनीति पर चर्चा करने के लिए दो दिवसीय 'नव संकल्प शिविर' में भाग लेने के लिए बुधवार को लखनऊ पहुंची थीं। उनके अचानक दिल्ली लौट जाने की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन सूत्रों की मानें, तो उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी के कोविड 19 से पॉजिटिव होने की खबर सुनने के बाद दिल्ली जाने का फैसला किया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी नहीं लगी भनक
बताया जा रहा है कि प्रियंका के यूं अचानक दिल्ली लौट जाने की भनक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी नहीं लगी। उन्हें भी उनके जाने के एक-डेढ़ घंटे बाद ही पता चला। प्रदेश कांग्रेस मीडिया के उपाध्यक्ष पंकज श्रीवास्तव ने कहा, 'हां, वह नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या बैठकें गुरुवार को भी जारी रहेंगी, श्रीवास्तव ने कहा, हमारे राष्ट्रीय सचिव यहां हैं और बैठकें जारी है। प्रियंका जी के कार्यक्रम के अलावा कोई भी कार्यक्रम और बैठकें रद्द नहीं की गई है।
'यूपी में दोगुनी मेहनत करूंगी, जब तक हम जीतेंगे नहीं, लड़ते रहेंगे'
इससे पहले कल प्रियंका ने कहा था कि वह उत्तर प्रदेश में दोगुनी मेहनत करेंगी और तब तक लड़ेंगी जब तक जीतेंगी नहीं। उन्होंने कहा था कि जी-जान से लड़ने के बावजूद पार्टी को हार मिली लेकिन यह मायूस होने का वक्त नहीं है, बल्कि पार्टी को दोगुनी ऊर्जा से लड़ाई लड़नी पड़ेगी। वह बुधवार को लखनऊ में आयोजित पार्टी के नव संकल्प शिविर में प्रदेश भर से शामिल होने आए पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं को संबोधित कर रही थीं।
'घर-घर जाकर लोगों को भाजपा की हकीकत बतानी होगी'
प्रियंका ने आगे कहा, ''पार्टी की हार हुई, यह एक सच्चाई है, जबकि पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत ने पूरे देश के कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया था। हमें और गहराई से काम करने की जरूरत है। जनता से जुड़ने के लिए हमें और प्रयास करना होगा। सिर्फ़ राजनीतिक नहीं सामाजिक मसलों पर भी जनता से जुड़ाव बनाना होगा। इस समय भाजपा जिस तरफ देश के ले जा रही है यह वह देश नहीं है जिसके लिए महात्मा गांधी, सरदार पटेल और डॉ. आंबेडकर ने लड़ाई लड़ी थी। हमें घर-घर जाकर लोगों को हकीकत बतानी होगी।''