नई दिल्ली: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु की जेल में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी द्वारा कुछ कैदियों को कट्टरपंथी बनाने का मामला सामने आया था। NIA इस मामले को लेकर मंगलवार को 7 राज्यों में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रहा है। एजेंसी के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुल 17 स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। बता दें कि बेंगलुरु शहर पुलिस ने पिछले साल जुलाई में 7 पिस्तौल, 4 हथगोले, एक मैगजीन सहित अन्य गोला-बारूद की जब्ती के बाद मामला दर्ज किया था।
मामले में 6 लोगों को किया गया है अरेस्ट
शुरुआत में इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उनसे पूछताछ के बाद एक और गिरफ्तारी हुई, जिससे केस में कुल गिरफ्तारियों की संख्या 6 तक पहुंच गई। लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी टी. नासिर इस मामले में जुनैद अहमद के साथ आरोपी है। नासिर ने बेंगलुरु की केंद्रीय जेल में 5 लोगों को कट्टरपंथी बनाया था। जुनैद अहमद फरार है। NIA ने पिछले साल अक्टूबर में मामले को अपने हाथ में लिया था और तब जुनैद अहमद के घर सहित कई जगहों पर तलाशी ली थी। NIA प्रवक्ता ने बताया कि मंगलवार को 7 राज्यों में 17 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
बेंगलुरु ब्लास्ट की जिम्मेदारी भी NIA को
बता दें कि बेंगलुरु के एक मशहूर कैफे में हुए बम विस्फोट की NIA को सौंप दी गयी है। पूर्वी बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड में रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को हुए इस विस्फोट में कम से कम 10 लोग घायल हो गए थे। सूत्रों के मुताबिक, विस्फोट की जांच NIA को सौंप दी गयी है। इससे एक दिन पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा था कि उनकी सरकार जरूरत पड़ने पर इस मामले की जांच NIA को सौंपने पर विचार कर सकती है। अभी तक, इस विस्फोट के मामले में कर्नाटक पुलिस की जांच में NIA, राष्ट्रीय सुरक्षा समूह (NSG) और खुफिया ब्यूरो (IB) के अधिकारियों ने मदद की है।