Highlights
- अब्दुल्ला ने अपनी उम्मीदवारी से वापस लिया नाम
- 18 जुलाई को भारत के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव
- रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को होगा समाप्त
President Election: राष्ट्रपति चुनाव के लिए अब कुछ ही दिन बाकी है। इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए बनाए गए संभावित संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के तौर पर अपना नाम वापस ले लिया है।
फारूक अब्दुल्ला ने नाम लिया वापस
नेशनल कॉन्फ्रेस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने एक बयान में कहा, "मैं ममता बनर्जी साहिबा द्वारा भारत के राष्ट्रपति पद के लिए संभावित संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में अपना नाम प्रस्तावित करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। ममता दीदी द्वारा मेरे नाम का प्रस्ताव करने के बाद, मुझे विपक्षी नेताओं से मेरी उम्मीदवारी के समर्थन की पेशकश करने वाले कई फोन आए हैं।
"जम्मू-कश्मीर को कठिन हालातों में मेरी जरूरत"
अब्दुल्ला ने आगे लिखा, "मुझे अपने परिवार और वरिष्ठ सहयोगियों के साथ इसको लेकर चर्चा करने में कुछ दिन लगे हैं। देश में सर्वोच्च पद के लिए मुझे जो समर्थन मिला है और सम्मानित किया गया है, उससे मैं बेहद कृतज्ञ हूं। मेरा मानना है कि जम्मू कश्मीर एक महत्वपूर्ण मोड़ से गुजर रहा है और इन अनिश्चित समय से उबरने में मदद करने के लिए मेरे प्रयासों की आवश्यकता है। मेरे आगे बहुत अधिक सक्रिय राजनीति बाकी है और मैं जम्मू-कश्मीर और देश की सेवा में सकारात्मक योगदान देने के लिए तत्पर हूं।"
विपक्ष के उम्मीदवार के समर्थन के लिए तैयार
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने इस बयान में आगे लिखा कि मैं सम्मानपूर्वक अपना नाम उम्मीदवारी से वापस लेना चाहता हूं और मैं संयुक्त विपक्ष की आम सहमति के उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए तत्पर हूं। उन्होंने कहा कि मेरा नाम प्रस्तावित करने के लिए मैं ममता दीदी का बहुत आभारी हूं। मैं उन सभी वरिष्ठ नेताओं का भी आभारी हूं जिन्होंने मुझे अपना समर्थन दिया।
बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और उनके उत्तराधिकारी के लिए 18 जुलाई को चुनाव होना है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है।