Highlights
- शिव मंदिर में झाडू लगाना द्रौपदी मुर्मू की दिनचर्या में शामिल
- मंदिर में बड़ी संख्या में लोग जमा थे, CRPF कमांड़ो ने की इलाके की घेराबंदी
- मोदी सरकार ने दी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को Z+ सुरक्षा
President Election: एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने दिल्ली के अपने सफर से पहले बुधवार को ओडिशा के मयूरभंज जिले के आदिवासी बहुल अपने इस कस्बे में स्थित शिवमंदिर में सुबह सूर्योदय से पहले झाडू लगाई जो उनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा है। मुर्मू अगस्त 2021 में झारखंड के राज्यपाल पद से रिटायर होने के बाद यहां लौटी थीं और तब से मंदिर में झाडू लगाना उनकी दिनचर्या में शामिल है और बुधवार का दिन भी इससे अलग नहीं था।
मोदी सरकार ने दी द्रौपदी मुर्मू को Z+ सुरक्षा
सैकड़ों स्थानीय लोगों ने देखा कि NDA की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी के हाथों में झाडू है और वह लाल बॉर्डर की हाथी दांत रंग की साड़ी में झाड़ू लेकर सुबह तीन से चार बजे के करीब मंदिर में झाडू लगा रही हैं। अन्य दिनों की तरह ही वह स्नान करने के बाद मंदिर में पूजा करने आईं और भगवान शिव के वाहन नंदी के कान में कुछ कहा जो कि एक सामान्य चलन है। उस वक्त सैकड़ों की संख्या में लोग जमा थे जिनके मद्देनजर सीआरपीएफ के कमांड़ो ने इलाके की घेराबंदी की क्योंकि उन्हें जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
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सुबह होने के बावजूद मंदिर में बड़ी संख्या में मौजूद थे लोग
64 वर्षीय मुर्मू की सुरक्षा बुधवार तड़के कमांडों ने अपने हाथ में ली। मुर्मू जब सुबह मंदिर गईं तो हतप्रभ रह गई कि सुबह होने के बावजूद बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे। इश्वरीय प्रजापति ब्रह्मकुमारी संगठन के दो सदस्यों ने उनका स्वागत किया। सदस्य ने कहा, ‘‘हम मैडम को उनकी सफलता पर बधाई देने आए थे और हमारा मानना है कि यह उपलब्धि उन्हें ईश्वर के आशीर्वाद से प्राप्त हुई है।’’ मंदिर के अनुष्ठानों के बाद वह अपने आवास पर लौटीं और ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) सहित विभिन्न दलों के नेताओं और लोगों से मुलाकात की। हालांकि, विपक्षी कांग्रेस के नेता उनके आवास पर नहीं दिखे।
'आदिवासी लोग द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी से उल्लासित'
मुर्मू इसके बाद 285 किलोमीटर दूर स्थित भुवनेश्वर के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुईं जहां रास्ते के दोनों ओर उस महिला को देखने के लिए लोग कतार में खड़े हुए नजर आए जो देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए चुनाव लड़ने जा रही हैं। रास्ते में खड़े बच्चों, महिलाओं, पुरुषों और युवाओं ने उन्हें पुष्प उपहार में दिए और नमस्ते किया या हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया। माहौल उत्सव जैसा था और कुछ लोगों को आदिवासी संगीत पर नृत्य करते हुए देखा गया जो मुर्मू की उम्मीदवारी को आजादी के बाद आदिवासी समुदाय की बड़ी जीत मानते हैं। उनके स्वागत में शहर में विशाल तोरण द्वार बनाए गए थे।
मुर्मू हवाई मार्ग से भुवनेश्वर से दिल्ली पहुंचेंगी। उनके साथ मौजूद लोगों ने बताया कि भुवनेश्वर में शाम को उनको सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। बीजद विधायक आरके दास ने मुर्मू के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात करने के बाद कहा, ‘‘आदिवासी लोग उनकी उम्मीदवारी से उल्लासित हैं।
BJD सांसद ने की मुर्मू का समर्थन करने की अपील
कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने कहा कि भाजपा ने मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बीजद के 2.85 प्रतिशत मतों की वजह से बनाया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम चुनाव में उनका समर्थन नहीं कर सकते, भले ही वह माकूल उम्मीदवार हैं।’’ बीजद सांसद भृतुहरि महताब ने ओडिशा के सभी विधायकों और सांसदों से रायसीना हिल्स की लड़ाई में मुर्मू का समर्थन करने की अपील की। गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन मंडल में बीजद के पास 2.85 प्रतिशत मत है जबकि राजग के पास 1.2 प्रतिशत मतों की कमी है।