Highlights
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सफल रही सर्जरी
- सेना के अस्पताल में हुआ ऑपरेशन
- ऑपरेशन के बाद राष्ट्रपति को मिली छुट्टी
President Draupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आज सेना के अस्पताल में ऑपरेशन किया गया है। राष्ट्रपति का रविवार को मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन पूरा हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ये सर्जरी दिल्ली स्थित सेना के रिसर्च एवं रेफरल अस्पताल में हुआ। राष्ट्रपति भवन के एक प्रवक्ता ने आधिकारिक बयान में कहा कि ऑपरेशन सफल रहा और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
ऑपरेशन के बाद दी गई छुट्टी
गौरतलब है कि 64 साल की द्रौपदी मुर्मू ने 25 जुलाई, 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। बयान में कहा गया है, ‘‘मुर्मू का आज मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन सफल रहा और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।’’ सेना अस्पताल ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू आज सुबह 11:30 बजे दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल में एडमिट हुईं थीं। अस्पताल ने बताया कि राष्ट्रपति की बायीं आंख में मोतियाबिंद की शिकायत थी, जिसके बाद इसे सर्जरी कर ठीक दिया गया है। राष्ट्रपति की ये सफल सर्जरी ब्रिगेडियर एसके मिश्रा और उनकी टीम ने की है। ऑपरेशन के बाद दोपहर 1:30 बजे उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और राष्ट्रपति को आराम करने की सलाह दी गई है।
कामाख्या मंदिर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की थी पूजा-अर्चना
बता दें कि अपने ऑपरेशन से तीन दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने असम की अपनी दो दिवसीय यात्रा के आखिरी दिन शुक्रवार को गुवाहाटी में नीलांचल पर्वत शिखर पर स्थित कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की। कामाख्या मंदिर देश में स्थित 51 शक्तिपीठों में से एक है। इस दौरान राष्ट्रपति के साथ असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और कईं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। शक्तिपीठ के एक पुजारी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘राष्ट्रपति और उनकी बेटी ने मंदिर में गर्भगृह के दर्शन किए और परिक्रमा लगाई। चूंकि दिन के समय राष्ट्रपति के कईं कार्यक्रम निर्धारित हैं, इसलिए उनसे वार्ता नहीं हो सकी।’’
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान गुवाहाटी की अपनी यात्रा के दौरान कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। वहीं, राष्ट्रपति ने शुक्रवार को केंद्र सरकार और असम सरकार की विभिन्न परियोजनाओं की डिजिटल तरीके से आधारशिला रखी। इनमें मॉडल आंगनवाडी केंद्र और राज्य के चाय बागान में स्कूल शामिल हैं।