Highlights
- देश भर में सितंबर से पीएम श्री स्कूल लांच करने की तैयारी
- वर्ष 2014 तक 15 हजार से अधिक पीएम श्री स्कूलों की स्थापना का लक्ष्य
- हर ब्लॉक में खोले जाएंगे कम से कम एक पीएम श्री स्कूल
PM Shree School: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी पीएम श्री योजना को लांच करने का रोडमैप तैयार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक इसे सितंबर माह में सरकार देश के सभी राज्यों में लांच कर सकती है। नई शिक्षा नीति के तहत शुरू होने वाले पीएम श्री स्कूलों के बारे में हर कोई विस्तार से जानने को लालायित है। क्या पीएम श्री स्कूल अब तक के सभी सरकारी स्कूलों से बेहतर साबित होंगे, क्या इनका भवन और ढांचा बिलकुल अलग होगा या फिर पुराने स्कूलों को ही अपग्रेड करके उन्हें पीएम श्री स्कूल की शक्ल दी जाएगी। पीएम श्री स्कूलों की खासियत क्या होगी। इसमें कैसे और कौन से छात्र प्रवेश के पात्र होंगे। छात्र-छात्राओं को पढ़ाए जाने के लिए किन-किन अत्याधुनिक तौर-तरीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक किस स्तर के होंगे और उनका चयन किस आधार पर किया जाएगा। इत्यादि सवाल आम लोगों के मन में हैं। आइए हम आपको बताते हैं पीएम श्री स्कूलों का कैसा होगा स्वरूप और कब तक होंगे शुरू...
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर स्थापित होने जा रहे पीएम श्री स्कूलों को सितंबर के तीसरे-चौथे हफ्ते तक लांच करने की पूरी तैयारी की जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझावों के आधार पर ही इनका खाका तैयार किया गया है। यह स्कूल देश और सभी राज्यों के लिए मॉडल होंगे।
ऐसा होगा पीएम श्री स्कूलों का स्वरूप
देश के सभी राज्यों में वर्ष 2024 तक 15 हजार से भी अधिक पीएम श्री स्कूल स्थापित किए जाने हैं। इनका संचालन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की गाइडलाइन पर होगा। यह केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर स्थापित किए जाएंगे।
पीएम श्री स्कूलों में प्री प्राइमरी से 12वीं तक की पढ़ाई होगी।
पीएम श्री स्कूलों के लिए नया इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के बजाय पुराने सरकारी स्कूलों को ही अपग्रेड किया जाएगा।
मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर वाले सरकारी स्कूलों को पीएम श्री में तब्दील करने को प्राथमिकता दी जाएगी।
पीएम श्री स्कूलों की जरूरत के अनुसार सरकारी स्कूलों के परिसर और ढांचे को सुंदर, मजबूत, आकर्षक और बड़ा बनाया जाएगा।
देश के हर ब्लॉक में खुलेंगे कम से कम एक पीएम श्री स्कूल
देश में शिक्षा की क्रांति लाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर देश के हर ब्लॉक में कम से कम एक पीएम श्री स्कूलों की स्थापना की जाएगी। ताकि सामान्य लोगों के बच्चों को भी इसमें पढ़ने का मौका मिल सके और उन्हें पढ़ाई के लिए घर से दूर नहीं जाना पड़े। बच्चे ही देश के भविष्य हैं, इसलिए उनकी शुरुआती पढ़ाई का आधार मजबूत रहना चाहिए। तब आगे चलकर वह देश के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे। इस योजना के तहत देश के प्रत्येक जिले के एक-एक माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों को भी जोड़ा जाएगा। पीएम श्री स्कूलों को देश के मॉडल स्कूल पर स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों और एक्सपर्ट से भी राय मांगी गई है।
धन की नहीं होने पाएगी कमी
पीएम श्री स्कूलों की स्थापना करने के लिए जरूरी आधारभूत ढांचों के निर्माण, विकास और विस्तार के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय को जिम्मा सौंपा गया है। शिक्षा मंत्रालय की जरूरतों के मुताबिक वित्त मंत्रालय धनराशि जारी करेगा। यानि पीएम श्री स्कूलों पर आने वाला पूरा खर्च केंद्र की तरफ से ही वहन किया जाएगा, लेकिन राज्यों के ऊपर इसपर अमल कराने और निगरानी की जिम्मेदारी होगी।
पीएम श्री स्कूलों की यह होगी खासियत
पीएम श्री स्कूलों में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। ताकि छात्र-छात्राएं किताबी कीड़ा बनने की बजाय प्रत्यक्ष प्रयोगों से सीख और अनुभव हासिल करें। इससे उनका आत्मविश्वास मजबूत होता रहेगा। विषयों को ऐसे स्वरूप में पढ़ाया जाएगा कि छात्रों में नवीन जिज्ञासा पैदा की जा सके। इस दौरान छात्रों के बीच चर्चा आधारित शिक्षा को अनिवार्य किया जाएगा। एकीकृत और वास्तविक जीवनशैली पर स्कूलों की स्थापना की जाएगी। प्री-प्राइमरी और प्राइमरी स्तर के बच्चों में खेल पर अध्यधिक फोकस किया जाएगा। ताकि शैक्षिक के साथ ही साथ उनमें शारीरिक विकास हो सके। इससे बच्चों का आत्मबल मजबूत होगा।
पीएम श्री स्कूलों की फीस और एडमिशन प्रक्रिया
पीएम श्री स्कूलों की फीस और एडमिशन की प्रक्रिया को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। मगर सूत्रों का दावा है कि इसके लिए कामन एंट्रेंस टेस्ट से छात्र-छात्रों को गुजरना होगा। प्रवेश प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी रखा जाएगा। इसमें सोर्स सिफारश को बिल्कुल प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। ताकि टैलेंटेड बच्चों को आसानी से प्रवेश मिल सके। फीस केंद्रीय विद्यालयों की तर्ज पर बाद में तय की जाएगी।
अन्य प्रमुख सुविधाएं
पीएम श्री स्कूलों में क्लास रूम स्मार्ट बनाए जाएंगे।
खेल का मैदान अनिवार्य रूप से रहेगा।
साइंस की प्रयोगशाला की स्थापना की जाएगी।
स्किल लैब की विशेष रूप से स्थापना की जाएगी।
छात्र-छात्राओं के लिए अत्याधुनिक पुस्तकालय भी होगा।
विशेष कंप्यूटर लैब की व्यवस्था होगी।
शिक्षकों को इन मानकों पर उतरना होगा खरा
विज्ञान, गणित, खेल, कला इत्यादि विषयों के विशेषज्ञ शिक्षकों को ही पीएम श्री स्कूलों में तैनाती मिल सकेगी।
स्कूल में छात्र-छात्राओं की संख्या के आधार पर शिक्षकों का अनुपात सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं की जाएगी।
शिक्षकों को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की हर कसौटी पर खरा उतरना होगा।
बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाने वाले शिक्षकों को अधिक मौका नहीं मिलेगा।
जो शिक्षक अच्छा प्रदर्शन करेंगे, उनके लिए सरकार अलग से प्रोत्साहन भत्ता भी देगी।
पीएम श्री स्कूलों में पढ़ाने वाले प्रत्येक शिक्षक को केंद्र की विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला से गुजरना होगा। यहां से प्रशिक्षण सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही पीएम श्री स्कूलों में तैनाती मिल सकेगी।