प्रयागराज: बसपा के प्रयागराज से विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या से हड़कंप मचा हुआ है। इस घटना में पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद और उनके परिवार का हाथ होने की बात कही जा रही है। इस बीच खबर मिली है कि यूपी पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए इनाम की राशि बढ़ा दी है।
यूपी पुलिस ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी। यूपी पुलिस ने कहा, 'यूपी के डीजीपी द्वारा प्रयागराज में 24 फरवरी 2023 को घटित आपराधिक घटना में वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार करने या उनकी गिरफ्तारी के बारे में सूचना देने पर प्रति अभियुक्त 2,50,000/- रुपए पुरस्कार की घोषणा की गई है। यूपी पुलिस की कई टीम अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु निरंतर प्रयासरत हैं।'
इस मामले में जिन अभियुक्तों की पुलिस को तलाश है, उनमें अरमान पुत्र शमीम, असद पुत्र अतीक अहमद, गुलाम पुत्र मकसूदन, गुड्डू मुस्लिम पुत्र शफीक और साबिर पुत्र नसीम शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला
उमेश पाल पर शुक्रवार की शाम (24 फरवरी 2023) करीब सवा चार बजे हमला हुआ था। हमलावर पूरी प्लानिंग के साथ आए थे। बदमाशों ने 14 राउंड फायरिंग की। .765 बोर और .32 बोर के असलहों से की गई फायरिंग से इलाके में दहशत का माहौल हो गया था। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और अतीक अहमद के करीबियों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
उमेश पाल का राजू पाल हत्याकांड से क्या नाता है?
इलाहाबाद पश्चिमी सीट से बसपा विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को सुलेमसराय में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पूर्व सांसद अतीक अहमद व उनके भाई अशरफ समेत अन्य कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। सीबीआई जांच में उमेश पाल को इस हत्याकांड का मुख्य गवाह बताया गया था।
उमेश पाल प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में रहते थे। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने वकालत की और जमीन का कारोबार करने लगे। उमेश पाल, विधायक राजू पाल की रिश्तेदारी में थे और उन्हें वर्तमान विधायक और राजू पाल की पत्नी पूजा पाल का भी करीबी माना जाता रहा है। हालांकि उमेश पाल उस वक्त चर्चा में आए, जब वह विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह बनकर सामने आए।
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