ऑफशोर संपत्ति की सुरक्षा के लिए संगठन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए एक प्रस्थान नाम के अभ्यास का आयोजन किया गया।
ये अभ्यास 11 नवंबर, 2022 को समुद्र में 150 किमी दूर ओएनजीसी प्लेटफॉर्म पर मुंबई से दूर आयोजित किया गया था।
पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्यालय के तत्वावधान में प्रस्थान को साल में दो बार आयोजित किया जाता है।
इसका उद्देश्य अपतटीय तेल उत्पादन प्लेटफार्म में उत्पन्न होने वाले सुरक्षा खतरों और अन्य आकस्मिक घटनाओं से बचने के लिए विभिन्न उपायों और प्रोटोकॉल का आकलन करना है।
इस तरह की घटनाओं में आतंकी हमले, बम का खतरा, आग लगना, विस्फोट होना और ऐसे में चिकित्सा सुनिश्चित करना शामिल हैं।
अभ्यास के दौरान इन्हीं सब संकट की स्थितियों से तैयारी सुनिश्चित की गई। भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना, भारतीय तट रक्षक बल, ओएनजीसी, एमबीपीए, पुलिस, मत्स्य पालन और सीमा शुल्क जैसी पार्टनर एजेंसियों ने आकस्मिक घटनाओं से निपटने के लिए अपनी आपातकालीन प्रक्रियाओं को एक्टिव किया।
भारतीय नौसेना की बात करें, तो वह इसकी प्रमुख एजेंसी है और इसे भारत के तटों से दूर तेल उत्पादन वाले प्लेटफॉर्म की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके बाद अब उन क्षेत्रों और पहलुओं का आकलन करने के लिए एक विस्तृत विश्लेषण किया जाएगा, जिनमें सुधार और ध्यान देने की आवश्यकता है।