पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और निलंबित जेडी-एस नेता प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो कांड को लेकर कर्नाटक में गुरुवार को भी राजनीतिक घमासान जारी रहा। प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो ने लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक की राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि मौजूदा सांसद और हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के 15 मई की आधी रात बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद है। उसने विशेष जांच दल (SIT) के सामने पेश होने के लिए समय मांगा था। एसआईटी ने अभी तक उसके अनुरोध का जवाब नहीं दिया है। प्रज्वल रेवन्ना के शुक्रवार को फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) से बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद थी।
SIT नोटिस के बाद से पूर्व ड्राइवर लापता
एक अन्य घटनाक्रम में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर ने कबूल किया था कि उसने जेडी-एस नेता द्वारा महिलाओं के साथ यौन शोषण के वीडियो वाली पेन ड्राइव भाजपा नेता देवराज गौड़ा को दी थी। एसआईटी नोटिस के बाद से वह लापता है। ड्राइवर कार्तिक ने प्रज्वल रेवन्ना के साथ 13 साल तक काम किया और एक साल पहले एक कथित जमीन सौदे को लेकर उनके बीच विवाद हो गया।
ड्राइवर के लापता होने के पीछे कुछ प्रभावशाली नेता- एचडी कुमारस्वामी
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी आरोप लगा रहे हैं कि ड्राइवर के लापता होने के पीछे कुछ प्रभावशाली नेता हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की ओर इशारा करते हुए सवाल उठाया है कि कार्तिक को मलेशिया किसने भेजा? शिवकुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूछा, ''क्या भाई ऐसा कह रहे हैं? इसका मतलब है कि वह सब कुछ जानते हैं। उन्हें केंद्र सरकार से जानकारी लेने दीजिए। मैं पागल नहीं हूं कि कार्तिक को विदेश जाने दूं। मैं एक स्ट्रीट फाइटर हूं। मुझे लोगों को छिपाकर राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है।" उन्होंने कहा कि कार्तिक ने दावा किया था कि उसने प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव बीजेपी नेताओं को दी थी। पेन ड्राइव जारी करने पर चर्चा बाद में होने दीजिए। आइए असली मुद्दे से न भटकें।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने का आग्रह किया है।
सच्चाई जल्द ही सामने आएगी- प्रज्वल रेवन्ना
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के बाद मंगलवार सुबह उसे जेडी-एस से निलंबित कर दिया। प्रज्वल रेवन्ना ने बुधवार को इस मुद्दे पर पहली बार टिप्पणी की। उसने कहा कि सच्चाई जल्द ही सामने आएगी। मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं। मैंने अपने वकील के माध्यम से बेंगलुरु सीआईडी को सूचित कर दिया है।
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रज्वल रेवन्ना को लेकर कहा, ''उक्त सांसद की जर्मनी यात्रा के संबंध में विदेश मंत्रालय से न तो कोई राजनीतिक मंजूरी मांगी गई थी और न ही जारी की गई थी। जाहिर है, कोई वीजा नोट भी जारी नहीं किया गया था। मंत्रालय ने उक्त सांसद के लिए किसी अन्य देश के लिए कोई वीजा नोट भी जारी नहीं किया है...हां, उन्होंने राजनयिक पासपोर्ट पर यात्रा की थी।"
(IANS इनपुट्स के साथ)