उत्तरकाशी: उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के पुरोला क्षेत्र में इन दिनों बवाल मचा हुआ है। दरअसल, कुछ दिन पहले अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति समेत 2 लोगों ने एक नाबालिग लड़की को किडनैप करने की नाकाम कोशिश की थी। अब इस इलाके में मुसलमानों की दुकानों पर पोस्टर चिपके हुए मिले हैं, जिनमें उन्हें तुरंत इस इलाके से चले जाने को कहा गया है। पुरोला के थाना प्रभारी खजान सिंह चौहान ने कहा कि रविवार शाम दुकानों पर ये पोस्टर चिपकाए गए, जिनमें दुकानदारों से जल्द से जल्द पुरोला छोड़कर चले जाने के लिए कहा गया है।
पुलिस ने कहा- मामले की जांच शुरू
पुलिस ने हालात को गंभीरता से लेते हुए पुरोला के जिम्मेदार लोगों से मुलाकात कर उनसे शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। चौहान ने कहा कि कथित तौर पर पोस्टर लगाने वाले ‘देवभूमि रक्षा अभियान’ के अज्ञात लोगों के खिलाफ क्षेत्र की शांति भंग करने का षड़यंत्र रचने और विशेष समुदाय की भावनाएं भड़काने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टर चिपकाने के मामले की जांच शुरू कर दी गई है और देवभूमि रक्षा अभियान से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है।
मुसलमानों ने SDM को दिया ज्ञापन
इससे पहले मुसलमानों के एक ग्रुप ने पुरोला के SDM देवानंद शर्मा तथा एसएचओ चौहान से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि मुस्लिम परिवार पिछले कई सालों से स्थानीय लोगों के साथ शांति से रह रहे हैं और व्यापार कर रहे हैं लेकिन पिछले कुछ वर्षों से अपराधी प्रवृत्ति के लोग बाहर से आ रहे हैं और व्यापार करने के नाम पर सामाजिक माहौल को खराब कर रहे हैं। उन्होंने आपराधिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की व्यापार मंडल की मांग का समर्थन किया।
पुरोला में आखिर ऐसा क्या हुआ था?
पुरोला में अल्पसंख्यक समुदाय के एक युवक पर आरोप है कि उसने अपने मामा के घर आई एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर उसका अपहरण किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो युवक खरसाड़ी क्षेत्र की एक कक्षा 9 की नाबालिग छात्रा को बहला-फुसला कर भगा कर ले जा रहे थे। दोनों युवक छात्रा को शादी का झांसा देकर विकासनगर लेकर भागने की फिराक में थे, तभी परिजनों और स्थानीय लोगों ने इन्हें देख लिया और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद से ही पुरोला में 'लव जिहाद' को लेकर जबरदस्त गुस्सा है।