प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब सदन को संबोधित कर रहे हैं और अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दे रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर खूब निशाना साधा। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि लंका हनुमान ने नहीं जलाई। लंका को रावण के घमंड ने जलाया। इसलिए ये 400 से 40 हो गए। पीएम मोदी ने मणिपुर पर बोलते हुए कहा, 'भारत के बारे में राहुल गांधी ने जो कहा, उसने लोगों को ठेंस पहुंचाई। राहुल गांधी भारत माता की हत्या की बात कही। ये लोग भारत के टुकड़े करने वालों का समर्थन करते हैं।' उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी सरकार ने 5 मार्च 1966 को वायुसेना से मिजोरम के निर्दोष नागरिकों पर हमला करवाया। कांग्रेस ने घाव भरने तक का प्रयास नहीं किया।
मणिपुर पर प्रधानमंत्री ने कही ये बात
उन्होंने कहा, 'मणिपुर की स्थिति पर गृहमंत्री ने विस्तार से, धैर्य से अपनी बात रखी। उन्होंने सारे विषय को विस्तार से समझाया। सरकार और देश की चिंता को सामने रखा। उसमें देश की जनता को जागरूक करने का प्रयास था, उसमें जनसामान्य को शिक्षित करने का प्रयास था। मणिपुर में अदालत का फैसला आया, अब उसके पक्ष-विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं उसमें हिंसा का दौर शुरू हुआ। महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए और यह अपराध अक्षम्य है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार कोशिश कर रही है। जिस तरह से प्रयास चल रहे हैं, करीबी भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा।'
मणिपुर के लोगों के साथ सदन
मणिपुर पर उन्होंने कहा कि मैं मणिपुर के लोगों, माता, भाइयों और बहनों से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है। यह सदन आपके साथ है। हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे। मणिपुर विकास की राह पर आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा, 'नॉर्थ ईस्ट में जहां एक्का-दुक्का सीटें थीं, उनके प्रति सौतेला व्यवहार करने की आदत कांग्रेस के डीएनए में रहा है। आज मणिपुर की समस्याओं को ऐसे प्रस्तुत किया जा रहा है, जैसे कुछ समय में ही ये परिस्थितियां पैदा हुई हैं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि नॉर्थ ईस्ट की इन समस्याओं की जननी केवल कांग्रेस हैं। नॉर्थ ईस्ट के लोग नहीं बल्कि कांग्रेस की राजनीति इसके लिए जिम्मेवार है।
कांग्रेस की संवेदना सिलेक्टिव
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में मणिपुर में उग्रवादियों के हिसाब से व्यवस्थाएं चलती थीं। सरकारी दफ्तरों में गांधी जी की तस्वीर नहीं लगाने दी जाती थी। कांग्रेस सरकार में नेताजी की प्रतिमा पर बम फेंका गया। स्कूलों में राष्ट्रगान नहीं होने दिया जाता था उस दौरान कांग्रेस सरकार थी। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस सरकार में इम्फाल में स्थिति इस्कॉन मंदिर पर बम फोड़ा गया। कांग्रेस की पीड़ा और संवेदना सिलेक्टिव है जो राजनीति से शुरू होती है और राजनीति के दायरे के बाहर नहीं जाती। ये न मानवता, न देश और न ही देश की कठिनाईयों के बारे में सोच सकते हैं। मणिपुर सरकार पिछले 6 साल से इन मामलो का समाधान ढूंढने का प्रयास कर रही है।