अयोध्या में भगवान राम का भव्य राम मंदिर लगभग बनकर तैयार हो चुका है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या के दौरे पर 30 दिसंबर को जा सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि पीएम मोदी इस दौरान अयोध्या जाएंगे और अयोध्या को हजारों करोड़ की परियोजनाओं का उपहार देंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ के मुताबिक पीएम मोदी के अयोध्या के संभावित दौरे के दौरान अयोध्या को त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप सजा दिया जाएगा। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की और साधु-संतों से विचार विमर्श किया। सीएम योगी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि अयोध्या में स्वच्छता का ध्यान दिया जाए, अतिरिक्त स्वच्छताकर्मियों की तैनाती की जाए।
पीएम मोदी के दौरे से पहले तैयार हो रही अयोध्या
सीएम योगी ने पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर निर्देश दिया कि सुरक्षा अभेद्य होनी चाहिए, ट्रैफिक प्रबंधन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। एक अतिथि हो या आमजन किसी को भी असुविधा नहीं होनी चाहिए। अतिथियों, श्रद्धालुओं के साथ सरकारी एवं पुलिस कर्मचारियों का व्यवहार आदर्श होना चाहिए। पीएम मोदी के अयोध्या आगमन को लेकर सीएम योगी ने निर्देश दिया कि अयोध्या को त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप सजाया जाए। पूरी अयोध्या राममय होनी चाहिए। अयोध्या के
सभी मठ-मंदिरों को सजा दिया जाए और भव्य तोरण द्वारा का निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि रामपथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ एवं धर्मपथ तता अयोध्या एयरपोर्ट से बाईपास से नयाघाट जोड़ने वाले रास्तों की गुणवत्ता के साथ शीघ्रता से काम को पूरा किया जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश
सीएम योगी ने अपने आदेश में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत को लेकर अयोध्यावासी उत्सुक हैं। ऐसे में उनका पूरा सहयोग लिया जाए और साधु-संतों का मार्गदर्शन प्राप्त किया जाए। साथ ही पुष्प वर्ष कर पीएम मोदी का अभिनंदन किया जाना चाहिए। बता दें कि इस दौरान हाईवे से नयाघाट की तरफ आ रहे धर्मपथ को भी सजाकर आकर्षक बना दिया जाएगा। वहीं एयरपोर्ट से नयाघाट के मार्ग को फूलों से सजाया जाएगा। नेशनल हाईवे लखनऊ-गोरखपुर में अयोध्या बाईपास की रेलिंग को आकर्षक रंगों से पेंट किया जाएगा। पीएम मोदी की यह यात्रा संभावित है। ऐसे में पीएम मोदी अयोध्या में 30 हजार करोड़ से अधिक की लागत से बनी परियोजनाओं का उपहार अयोध्या को दे सकते हैं।