प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (21 सितंबर) को संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रवाना हो गए। यहां पीएम मोदी जो बाइडन द्वारा उनके गृहनगर विलमिंगटन में आयोजित क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने और न्यूयॉर्क में राष्ट्र महासभा में भविष्य के शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गए हैं। इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज मैं राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा उनके गृहनगर विलमिंगटन में आयोजित क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भविष्य के शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर जा रहा हूं।"
अमेरिका के लिए रवाना हुए पीएम नरेंद्र मोदी
उन्होंने कहा, "मैं क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए अपने सहयोगियों राष्ट्रपति जो बाइडन, प्रधानमंत्री अल्बनीज और प्रधानमंत्री किशिदा के साथ शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह मंच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए काम करने वाले समान विचारधारा वाले देशों के एक प्रमुख समूह के रूप में उभरा है। राष्ट्रपति बाइडन के साथ मेरी बैठक हमें अपने लोगों और वैश्विक भलाई के लाभ के लिए भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए नए रास्तों की समीक्षा और पहचान करने की अनुमति देगी।"
पीएम मोदी बोले- मानवता के छठे हिस्से के विचारों को करूंगा साझा
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि मैं भारतीय प्रवासियों और महत्वपूर्ण अमेरिकी व्यापारिक नेताओं के साथ जुड़ने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं, जो प्रमुख हितधारक हैं और दुनिया के सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्रों के बीच अनूठी साझेदारी को जीवंतता प्रदान करते हैं। भविष्य का शिखर सम्मेलन वैश्विक समुदाय के लिए मानवता की बेहतरी के लिए आगे की राह तैयार करने का एक अवसर है। मैं मानवता के छठे हिस्से के विचारों को साझा करूंगा क्योंकि शांतिपूर्ण और सुरक्षित भविष्य में उनकी हिस्सेदारी दुनिया में सबसे अधिक है।
पहले भारत में होने वाला था क्वाड शिखर सम्मेलन
बता दें कि इस साल क्वाड शिखर सम्मेलन का आयोजन मूल रूप से भारत में होने वाला था। लेकिन चार नेताओं के कार्यक्रम को देखते हुए इसका आयोजन स्थल अमेरिका में स्थानांतरित कर दिया गया। व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की पूर्वी एशिया और ओशिनिया की वरिष्ठ निदेशक मीरा रैप-हूपर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "इन्हीं कारणों की वजह से प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे साथ मेजबानी के वर्षों की अदला-बदली करने पर सहमति जताई और हम उम्मीद करते हैं कि अगले साल क्वाड के सभी चार नेता भारत में मिलेंगे।"