Highlights
- इस मूर्ति का वजन 9500 किलो है
- इसे आठ चरणों में बनाया गया है
- प्रतिमा को कांस्य धातु से बनाया गया है
PM Narendra Modi: देश के निर्माणाधीन नए संसद भवन पर आज सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ का उद्घाटन किया। खबरों के अनुसार, यह प्रतिमा कांस्य धातु की बनी है और इसकी ऊंचाई 6.5 मीटर है। अनावरण के बाद वहां निर्माण कार्यों में लगे कामगारों के साथ पीएम मोदी ने बातचीत भी की।
एक रिपोर्ट के अनुसार, संसद की छत पर लगाई गई राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ की प्रतिमा का वजन 9500 किलो है और यह कांस्य धातु से बनाया गया है। इसके साथ ही इस स्तंभ की ऊंचाई 6.5 मीटर है। यह प्रतिमा यहां लगने से पहले आठ चरणों से गुजरी, जिसमें इसकी स्केचिंग, निर्माण और पॉलिशिंग शमिल है।
इससे पहले ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की टनल और 5 अंडरपास का किया था उद्घाटन
वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और 5 अंडरपास का उद्घाटन किया था। यह परियोजना प्रगित मैदान रिडेवलेपमेंट प्रोजेक्ट का एक अभिन्न अंग बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की कुल लागत 920 करोड़ से अधिक आई है।
परियोजना की कुल लागत 920 करोड़ से अधिक आई है
प्रधानमंत्री की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 920 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनाई गई यह इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य प्रगति मैदान में आयोजित होने वाली विश्व स्तरीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर तक लोगों को आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी। PMO की विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस परियोजना के तहत बनाए गए अंडरपास में स्मार्ट फायर मैनेजमेंट मॉडर्न वेंटिलेशन और ऑटोमेटेड वाटर ड्रैनेज सिस्टम, डिजिटल रूप से संचालित CCTV कैमरे और सुरंग के अंदर सार्वजनिक अनाउंसमेंट सिस्टम जैसी सुविधा दी गई है।
प्रदर्शनी में आयोजक और विजिटर्स को मिलेगी सुविधा
प्रगति मैदान में इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और पांच अंडरपास से अब प्रगति मैदान में आयोजित होने वाली किसी भी प्रदर्शनी में आयोजक और विजिटर्स आसानी से पहुंच पाएंगे। इस परियोजना की मदद से वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित की जा सकेगी, जिससे यहां आने वाले लोगों के समय की बचत हो सकेगी।