Highlights
- स्वामी रामदेव बोले- मोदी जी का पहाड़ जैसा व्यक्तित्व है
- हर क्षेत्र का व्यक्ति पीएम मोदी से उम्मीद करेगा: रामदेव
- 'मैं भी इस देश के अंदर एक जज्बा पैदा करना चाहता हूं'
PM Narendra Modi govt 8 years: योग गुरु स्वामी रामदेव India TV Samvaad कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उम्मीदों को लेकर कहा कि वे देश के प्रधानमंत्री हैं, तो लोग उम्मीद तो करेंगे। उन्होंने कहा, "हर क्षेत्र का व्यक्ति उनसे उम्मीद करेगा, ये वाजिब है। उन्हें सभी सेक्टर के लिए अच्छी नीतियां बनानी चाहिए और वे इसे कर भी रहे हैं।"
पीएम मोदी के आठ साल पूरे होने को लेकर स्वामी रामदेव ने कहा, "आठ साल में जमीनों का हाल बदला, सड़कों, देश की सुरक्षा, एयरपोर्ट, शिक्षा का हाल बदला है। चिकित्सा बदली है। गरीबो, किसानों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर हो रहे हैं। देश में डिजिटल मीडिया का बड़ा काम हुआ। सबसे बड़ा काम आत्मनिर्भरता के लिए हो रहा, जिसने देश में आत्मविश्वास पैदा किया। पूरी दुनिया में भारत को गौरव सम्मान दिलाया। ये कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिसको कोई नकार नहीं सकता।"
पीएम मोदी के विरोध को लेकर स्वामी रामदेव ने कहा कि कुछ लोग पानी पी पीकर उनके बारे में अनाप-शनाप बोलते हैं। राहुल गांधी को लेकर उन्होंने कहा, "मोदी जी के सामने वे काफी नादान हैं। मोदी जी का पहाड़ जैसा व्यक्तित्व है, उनके सामने ये कहां टिक पाते हैं।" 'बड़े नोट खत्म हो रहे' वाले दिए अपने बयान को लेकर स्वामी रामदेव ने कहा, "डिजिटल इकोनॉमी हो जाए, परिस्थितियां ऐसी बनी हैं कि कम से कम कैश कम हो जाएगा। पैसा, बैंकिंग सिस्टम के जरिए जाता है, तो उसको ट्रैक कर सकते हैं।"
'रुचि सोया को 30 से 40 हजार करोड़ के बीच पहुंचा दिया'
रुचि सोया 4000 करोड़ के मुनाफा पर बैठा है, इस सवाल पर उन्होंने कहा, "कैपिटल मार्केट की दृष्टि से उस कंपनी को मैंने 30 से 40 हजार करोड़ के बीच पहुंचा दिया है। इसका टोटल टर्न ओवर देखा जाए तो 12 हजार करोड़ से दो साल पहले यात्रा शुरू की थी और आज 24 हजार करोड़ पार कर चुके हैं। 35 हजार करोड़ से ज्यादा का 2021-2022 का टर्न ओवर होगा। आने वाले समय में ये 50 हजार करोड़ भी पार करेगा।"
स्वामी रामदेव ने कहा, "रुचि सोया और पतंजलि का फ्यूचर में ग्रुप टर्न ओवर 1 लाख करोड़ रुपये करने का है। एक बड़े उद्देश्य के साथ हम काम कर रहे हैं। मैं भी इस देश के अंदर एक जज्बा पैदा करना चाहता हूं। आत्मनिर्भरता का भाव पैदा करना चाहता हूं और वो हो रहा है।"