Highlights
- हर संकट से देश को मोदी ने ही निकाला- राजनाथ
- 'सिर्फ मोदी हैं जो पुतिन-जेलेंस्की से बात करते हैं'
- 2013 में ही मैंने कहा था मोदी सबसे पॉपुलर- राजनाथ
PM Narendra Modi govt 8 years: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'India TV Samvaad' कॉन्क्लेव में बताया कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का अध्यक्ष रहते हुए नरेंद्र मोदी के नाम को प्रधानमंत्री के तौर पर क्यों आगे बढ़ाया था। इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने संगठन और शासन में नरेंद्र मोदी की कुशलता देखकर 2014 के लोकसभा चुनावों में पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर उनका नाम आगे किया था।
'मोदी में संगठन और शासन चलाने की कुशलता'
राजनाथ सिंह ने कहा, ''मैंने मोदी जी को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में, एक ऑर्गनाइजर के रूप में काम करते हुए देखा था। और साथ ही साथ गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में काम करते हुए मैंने देखा और इस नतीजे पर पहुंचा कि मोदी एक ऐसे व्यक्ति हैं जिनके अंदर संगठन को भी चलाने की कुशलता है और शासन को चलाने की भी कुशलता है। सबको साथ लेकर चलने की अद्भुत कला है और मैं इस नतीजे पर भी पहुंचा था कि वह एक अद्भुत काल्पनिक क्षमता के भी धनी हैं।''
'2013 में ही मैंने कहा था मोदी सबसे पॉपुलर'
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''2013 में मैं इस नतीजे पर पहुंचा कि हम जो 3-4 लोग थे (पीएम पद की रेस में), उनमें यदि आम जनता के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय कोई है तो वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। मैंने यह भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष बनने के बाद नहीं सोचा। अध्यक्ष बनने के पहले मैंने एक इंटरव्यू में भी यही बात कही थी।'' इस सवाल पर कि मोदी को जब पीएम पद का उम्मीदवार बनाया गया तब उन्हें संसद में काम करने का अनुभव नहीं था, राजनाथ ने कहा, ''मेरा मानना है कि जो व्यक्ति मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुका है, वह सीधे प्रधानमंत्री बन सकता है और आपने देखा उन्होंने करके दिखा दिया।''
'सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले मोदी ही ले सकते हैं'
मोदी की निर्णय क्षमता के बारे में बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ''सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला कोई छोटा-मोटा फैसला नहीं था, युद्ध की भी संभावना हो सकती थी। जिसके अंदर कठोर फैसले करने की ताकत है, उस शख्स का नाम है नरेंद्र मोदी।'' भ्रष्टाचार पर रोक लगाए जाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''भाषण देकर भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगाया जा सकता। धमकी देकर भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगाया जा सकता। सिस्टम में बदलाव लाकर, व्यवस्था में बदलाव लाकर भ्रष्टाचार पर काफी हद तक अंकुश पाया जा सकता है। कोई यह दावा करे कि हमने भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से अंकुश पा लिया है, मैं समझता हूं कि चारों युग में से किसी युग में ऐसा नहीं हुआ होगा।''
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