Highlights
- 'जो भी नॉन मुस्लिम को काफिर बताए, वो गलत'
- मोदी सरकार का विदेश नीति तारीफ के काबिल: मदनी
- ज्ञानवापी और हिजाब पर भी मदनी ने रखी अपनी राय
PM Narendra Modi govt 8 years: मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने तलाक, ज्ञानवापी और अजान व लाउडस्पीकर जैसे ज्वलंत मुद्दों पर अपनी राय रखी। जानिए अजान और लाउडस्पीकर विवाद पर क्या बोले मदनी?
मदनी ने कहा कि मेजॉरिटी अभी भी ऐसे लोगों की है जो अलगाव और लोगों को बांटने के खिलाफ है। अजान और लाउडस्पीकर के मुद्दे पर मदनी ने कहा कि जब अजान को लाउडस्पीकर से हटा लिया जाए, तो इसमें क्या बुरा है। कम आवाज में लाउडस्पीकर रखना ये सही है। यूपी में योगी सरकार में सभी वर्गों के साथ समान रूप से नियम लागू किया गया। केवल खास वर्ग को ही टारगेट किया जाए वो गलत है। दरअसल, अजान के दौरान लाउडस्पीकर के उपयोग पर कोर्ट ने भी आदेश दिया है कि लाउडस्पीकर से अजान इस्लाम का हिस्सा नहीं है।
तलाक और 'काफिर' शब्द पर क्या है मदनी की राय?
हिंदू को काफिर कहा गया, इस मुद्दे पर क्या कहेंगे। इस पर मदनी ने कहा कि जो भी नॉन मुस्लिम को काफिर बताए, वो गलत है। तलाक के मुद्दे पर मदनी ने कहा कि तलाक होना ही नहीं चाहिए। मदनी ने हाल ही में दिए गए अपने बयानों पर कहा कि जो दर्द था मन में, वहीं मेरे हाल के बयान में दिखा। मदनी ने कहा कि मोदी सरकार को हमारी क्या बात है, वह भी सुनना चाहिए। हालांकि हम पहले भी पीएम और गृहमंत्री से मिले हैं और अपनी बात रखी है।
हिजाब मामले पर ये बोले मदनी
हिजाब मामले पर मदनी ने कहा कि हिजाब की वजह से मुस्लिम लड़कियां स्कूल न जाएं, ऐसा न हो। 20 साल तक बच्चों की तालीम पर मुसलमानों को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने हिंदी के प्रचार प्रसार पर कहा कि कहा कि ठीक है कि उर्दू हमारी मदर टंग है, लेकिन हिंदी के उत्थान के लिए भी काम होना चाहिए। ज्ञानवापी मुद्दे पर मदनी ने कहा कि किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर इस मुद्दे पर बात नहीं की जाएगी।
मोदी के बारे में मौलाना ने क्या कहा?
'देश में लोकतंत्र है। कई काम उम्मीद के मुताबिक होते हैं, कई काम उम्मीद के मुताबिक नहीं होते हैं, और सारे काम सबकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं होते हैं। मोदी सरकार का विदेश नीति पर जो रुख रहा है, उसकी तारीफ न की जाए तो कंजूसी या नाइंसाफी होगी। दुनिया के सामने भारत की एक स्वतंत्र भूमिका काफी दिनों के बाद दिखी है। उन्होंने (देश नहीं झुकने दूंगा) इसको प्रैक्टिकली करके दिखाया है।'