देशभर में 14 जनवरी को स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत देशभर के मंदिरों और कई स्थानों पर कई मंत्रियों और नेताओं न साफ सफाई की। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले स्वच्छता अभियान के तहत गांधीनगर के ढोलेश्वर महादेव मंदिर में सफाई अभियान में भाग लिया। साफ सफाई के बाद सीएम ने गांधीनगर के ढोलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने बी अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से पहले स्वच्छता अभियान में भाग लिया। केशव प्रसाद मौर्या ने इस बाबत कहा कि राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक परमहंस रामचंद्र दास महाराज अक्सर राम जन्मभूमि मंदिर मामले की सुनवाई की पैरवी के लिए यहां आते और रुकते थे।
देश भर के मंदिर में स्वच्छता अभियान जारी
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को अयोध्या से प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान किया था कि स्वच्छा मोहल्ला, स्वच्छ ग्राम, आयोध्या धाम। पीएम मोदी ने स्वयं इस अभियान की शुरुआत पंचवटी से की थी, जहां भगवान राम अपने वनवास के दौरान सबसे लंबे समय तक रहे थे। वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी स्वच्छता अभियान में भाग लिया। इसके तहत उन्होंने ओडिशा के अंगुल में स्थित मां हिंगुला मंदिर में साफ-सफाई की। केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को की जाएगी। इसके तहत भाजपा ने हिंदू समुदाय के लोगों से सेवा प्रदान करने और आज (मकर) से शुरू होने वाले स्वच्छता अभियान में भाग लेने का अनुरोध किया। बता दें कि यह अभियान 22 जनवरी तक रामलला के प्राण प्रतिष्ठा तक चलेगा।
पीएम मोदी ने पंचवटी से की शुरुआत
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने नासिक में धाम पंचवटी से 11 दिन के विशेष अनुष्ठान को शुरू किया था। पीएम ने इस दौरान मंदिर में साफ-सफाई भी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं भावुक हूं, भाव-विह्वल हूं। जिस सपने को अनेक पीढ़ियों ने वर्षों तक एक संकल्प की तरह अपने हृदय में जिया, उन्हें उसे साकार होते हुए देखने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि हर कोई 22 जनवरी के ऐतिहासिक पल का इंतजार कर रहा है। भगवान राम ने यहां पंचवटी में काफी समय व्यतीत किया था। ऐसे में मैं लोगों से अपील करता हूं कि 22 जनवरी को रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा से पहले देश के मंदिर और तीर्थस्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाएं।