Highlights
- 'भारत के डेयरी क्षेत्र के विकास में महिलाओं का विशेष योगदान रहा'
- 'भारत सालाना 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन कर रहा'
- 'भारत में डेयरी कोऑपरेटिव का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है'
PM Modi World Dairy Summit: भारत में 48 वर्षों बाद हो रही वर्ल्ड डेयरी समिट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, " डेयरी सेक्टर की असली ताकत किसान हैं। छोटे किसानों की बदौलत भारत दूध के उत्पादन में नंबर वन बना है। डिजिटल क्रांति की वजह से डेयरी सेक्टर में तेजी आई है।
'भारत के डेयरी क्षेत्र के विकास में महिलाओं का विशेष योगदान रहा'
प्रधानमंत्री ने कहा कि, "मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत में आज 8 करोड़ से अधिक परिवार डेयरी क्षेत्र से अपनी आजीविका कमाते हैं। डेयरी सहकारी समितियां देश के 2 लाख गांवों से उत्पाद एकत्र करती हैं, और उपभोक्ताओं से प्राप्त कुल राजस्व का 70% सीधे किसानों को जाता है।" उन्होंने कहा कि, भारत के डेयरी क्षेत्र के विकास में महिलाओं का विशेष योगदान रहा है। आज डेयरी क्षेत्र में 70% योगदान महिलाओं का हैं। इन महिलाओं के नेतृत्व में 8.5 लाख करोड़ रुपये का डेयरी क्षेत्र चलता है।
'भारत सालाना 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन कर रहा'
पीएम मोदी ने कहा कि, "2014 के बाद से हमारी सरकार ने भारत के डेयरी सेक्टर के सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए निरंतर काम किया है। आज इसका परिणाम मिल्क प्रोटक्शन से लेकर किसानों की बढ़ी आय में भी नजर आ रहा है।" उन्होंने कहा कि, हमारे देश में दुग्ध उत्पादन की दर 6 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है, जबकि विश्व स्तर पर यह केवल 2% प्रति वर्ष है। डेयरी विकास में 44% की वृद्धि के साथ, भारत सालाना 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन कर रहा है।
'भारत में डेयरी कोऑपरेटिव का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, "डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य ना सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है बल्कि ये दुनियाभर में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी प्रमुख साधन है।" उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि ये सम्मेलन विचार, तकनीक, विशेषज्ञता और डेयरी क्षेत्र से जुड़ी परंपराओं के स्तर पर एक दूसरे की जानकारी बढ़ाने और सीखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगी। आज भारत में डेयरी कोऑपरेटिव का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है, जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है।