Highlights
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में शिव दीपोत्सव का हिस्सा बने
- गंगा आरती में शामिल हुए PM मोदी, योगी सहित कई CM रहे मौजूद
- पीएम मोदी और सीएम योगी ने काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के कामगारों के साथ लंच किया
PM Modi Varanasi Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन किया। अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की और ललिता घाट पर गंगा नदी में डुबकी लगाई। गंगा नदी से पवित्र गंगाजल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर गए, वहां पूजा-अर्चना और जलाभिषेक किया। पीएम मोदी ने शाम को विवेकानंदर क्रूज पर सवार होकर दशाश्वमेध घाट पर हो रही ‘गंगा आरती’ और भव्य लेजर शो देखा। इस दौरान दशाश्वमेध घाट समेत 84 घाट दीपों से जगमगा उठे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में संत रविदास के दर्शन कर उनकी पूजा-अर्चना भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण भी किया, इस दौरान उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
'आततायियों ने काशी को ध्वस्त करने के प्रयास किए, नगर अपने गौरव को फिर से नयी भव्यता दे रहा'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में जब भी औरंगजेब पैदा हुआ, तब इस मिट्टी से शिवाजी का भी उदय हुआ। यह देश, बाकी दुनिया से अलग है। प्रधानमंत्री ने वाराणसी की सभ्यता और विरासत की प्रशंसा की और कहा कि कई सल्तनतों का उदय और पतन हुआ, लेकिन बनारस बना रहा। भारत की सभ्यागत धरोहर की जीवटता की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि औरंगजेब जैसे आततायियों ने इस धरोहर को ध्वस्त करने के प्रयास किये, लेकिन आतंक के वे पर्याय इतिहास के काले पन्नों तक सिमट कर रह गये, जबकि पवित्र नगरी काशी अपने गौरव को फिर से नयी भव्यता दे रही है। काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन करने के बाद मोदी ने कहा कि भारत सदियों की गुलामी से उत्पन्न हीनभावना से बाहर निकल रहा है । उन्होंने साथ ही कहा कि नया गलियारा देश को एक निर्णायक दिशा देगा तथा इसे एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आक्रमणकारियों ने इस शहर पर हमला किया। इसे नष्ट करने की कोशिश की। औरंगजेब के अत्यचार और आतंक का इतिहास गवाह है। उसने कट्टरता से संस्कृति को दबाने की कोशिश की। लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से अलग है। यहां अगर (मुगल सम्राट) औरंगजेब आया, तो (मराठा योद्धा) शिवाजी का भी उदय हुआ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर सलार मसूद आगे बढ़ा तो राजा सुहेलदेव जैसे योद्धाओं ने इस देश की एकता की ताकत का उसे अहसास कराया।’’
पीएम मोदी ने मजदूरों के साथ किया भोजन
काशी-विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने धाम बनाने वाले मजदूरों के साथ भोजन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने विश्वनाथ धाम का निरीक्षण करते हुए इसका कोना-कोना घूमकर देखा। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए काशी ईश्वर का रूप है। देश का हर नागरिक ईश्वर का ही अंश है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए आप ईश्वर हैं। ईश्वर मानकर आपसे कुछ मांगता हूं। देश के लिए ये तीन संकल्प मांगता हूं। स्वच्छता, सृजन और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनवरत प्रयास। उन्होंने कहा कि देश का हर नागरिक जब कुछ नया करेगा, इनोवेटिव करने की कोशिश करेगा तब देश आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाना सभी का प्रयास होना चाहिए।
प्रधानमंत्री को पगड़ी, पीताम्बरी दी गई
‘हर-हर महादेव’ के उदघोष के बीच यहां सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उस समय गुलाब की पंखुड़ियां बरसाई गई जब वह वाराणसी की गलियों से गुजर रहे थे, जिसके दोनों ओर उनकी तस्वीरों और अभिवादन वाले बड़े-बड़े पोस्टर लगे हुए थे। साधु-संतों और जानी मानी हस्तियों की काफी संख्या में मौजूदगी के बीच मोदी ने काशी विश्वनाथ गलियारा परियोजना के प्रथम चरण का उदघाटन किया। ललिता घाट जाने के लिए जब मोदी की कार तंग गलियों से नदी तट तक जा रही थी तब कई लोगों ने अपनी बालकनी और छज्जे से गुलाब की पंखुड़ियां बरसाई जबकि अन्य ने तिरंगा लहराया। तंग गलियों ने एसपीजी और स्थानीय पुलिस बल के लिए सुरक्षा व्यवस्था में कड़ी चुनौती पेश की, इस बीच एक व्यक्ति ने काल भैरव मंदिर के पास मोदी को गुलाबी रंग की एक पगड़ी भेंट करने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उसे दूर हटाने की कोशिश की। तभी मोदी ने कार के अंदर से संकेत किया और व्यक्ति को पास आने दिया तथा उसने प्रधानमंत्री को पगड़ी भेंट की। इस व्यक्ति ने फिर प्रधानमंत्री को एक पीताम्बरी (भगवा अंगवस्त्र) भेंट की, जिसे उन्होंने हाथ जोड़ कर और मुस्कुराते हुए स्वीकार कर लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्रूज पर बैठकर गंगा आरती देखी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार की शाम क्रूज पर उत्तर प्रदेश और अन्य भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भव्य गांगा ‘‘आरती’’ देखी। वाराणसी शहर में यह उनका तीसरा कार्यक्रम था। इससे पहले मोदी ने काल भैरव मंदिर के दर्शन किए और उसके बाद काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री मोदी गंगा नदी के किनारे होने वाली आरती को देखने के लिए संत रविदास घाट से स्वामी विवेकानंद क्रूज (जहाज) पर सवार हुए। इस मौके पर घाटों पर हजारों दीपक जगमगा रहे थे। प्रधानमंत्री के साथ क्रूज पर सवार होने वालों में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल थे। प्रधानमंत्री और आरती को देखने के लिए विभिन्न घाटों पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। क्रूज जब दश्वामेध घाट पर रुका तो लोगों ने ‘हर हर महादेव’ का जयघोष किया। पुरोहितों के मंत्रोच्चारण, घंटियों की आवाज और शंख नाद से पूरा माहौल आध्यात्मिक था।