संसद के मॉनसून सत्र में सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने गुरुवार को जवाब दिया। पीएम मोदी ने शाम को अपना संबोधन शुरू किया और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव से लेकर मणिपुर हिंसा पर भी विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। आइए जानते हैं पीएम के संबोधन की 10 बड़ी बातें जो उन्होंने देश के सामने रखीं...
जीत का भरोसा
अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी ने आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत का दावा किया। पीएम ने कहा कि वो इस बात को भगवान का आशीर्वाद मानते हैं कि विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। पीएम मोदी ने कहा कि जब विपक्ष ने 2018 में अविश्वास प्रस्ताव लाया था तब उन्होंने बताया था कि ये सरकार के लिए नहीं बल्कि विपक्ष के लिए फ्लोर टेस्ट है और विपक्ष 2019 में लोकसभा चुनाव हार गया। पीएम ने कहा कि भाजपा सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए प्रचंड बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाएगी।
विपक्ष को सत्ता की भूख
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष को सत्ता का भूखा तक बता दिया। पीएम ने कहा कि ऐसे कई बिल थे जो कि गांव, गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी के लिए थे, उनके कल्याण, भविष्य के साथ जुड़े हुए थे। लेकिन विपक्ष को इसकी चिंता नहीं है। पीएम ने कहा कि विपक्ष के आचरण से सिद्ध होता है कि उनके लिए देश से अधिक दल है, देश से बड़ा दल है। उन्हें गरीब की भूख की चिंता नहीं है, बल्कि सत्ता की है।
बही खाते की बात
पीएम मोदी ने शायराना अंदाज में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा- "जिनके बही-खाते बिगड़े हुए हैं, वे भी हमसे हमारा हिसाब लिए फिरते हैं"। पीएम ने कहा कि मैनें विपक्ष से कहा था कि 2023 में तैयारी के साथ आना लेकिन उन्होंने कोई मेहनत नहीं की, विपक्ष ने देश को केवल निराशा ही दी है। पीएम ने विपक्ष से पूछा कि आपने इस प्रस्ताव पर किस तरह की चर्चा की है। मैं सोशल मीडिया पर देख रहा हूं कि 'आपके दरबारी भी बहुत दुखी हैं।' विपक्ष ने फील्डिंग का आयोजन किया लेकिन चौके-छक्के यहीं से लगे।
विकास पर हो ध्यान
पीएम ने देश का ध्यान विकास की ओर ले जाने की सलाह दी। पीएम ने कहा कि हमारे युवाओं में सपनों को साकार करने की शक्ति है, हमने देश के युवाओं को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार, आकांक्षाएं और अवसर दिए हैं। हमने दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को संभाला है और उसे फिर एक बार नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं। पीएम के अनुसार अभी भी कई लोग देश की साख पर दाग लगाना चाहते हैं लेकिन दुनिया भारत को जान चुकी है। भारत के योगदान पर दुनिया का भरोसा बढ़ता ही चला जा रहा है।
विपक्ष की रग-रग में अविश्वास और घमंड
पीएम ने अविश्वास प्रस्ताव पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष की रग-रग में अविश्वास और घमंड बस गया है। पीएम ने कहा कि विपक्षी जनता के विश्वास को देख नहीं पाते। यह जो शुतुरमुर्ग वाला दृष्टिकोण है इसके लिए देश क्या ही कर सकता है। पीएम ने कहा कि घर में अच्छा होता है तो नजर न लगे उसके लिए काला टीका लगाते हैं। आज देश की जो मंगल, वाहवाही हो रही है उस पर मैं विपक्ष धन्यवाद करता हूं। उन्होंने काले टीके के रूप में काले कपड़े पहनकर सदन में आकर इस मंगल को सुरक्षित करने का काम किया है।
विपक्ष को रहस्यमयी वरदान
पीएम ने कहा कि देश के विपक्षी दलों को रहस्यमयी वरदान मिला हुआ है। ये लोग जिसका भी बुरा चाहेंगे उसका भला ही होगा। पीएम ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि 20 साल हो गए क्या कुछ नहीं हुआ पर भला ही होता चला गया। पीएम ने कहा कि विपक्ष को भारत के सामर्थ्य और भारत के लोगों पर विश्वास नहीं है। कांग्रेस अपने घमंड में इतनी चूर हो गई है कि उसे जमीन नहीं दिखाई दे रही है।
यूपीए का क्रिया कर्म
पीएम ने विपक्षी गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि आप लोग खंडहर पर प्लास्टर लगा रहे हैं। दशकों पुरानी खटारा गाड़ी को EV दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष को देश की जुबान व संस्कार की समझ नहीं है। पीढ़ी दर पीढ़ी यह लोग लाल और हरी मिर्च में अंतर नहीं समझ पाए हैं। पीएम ने विपक्ष के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ ही दिनों पहले बेंगलुरू में सबने मिल-जुलकर करीब 1.5-2 दशक पुराने यूपीए का क्रिया कर्म किया है।
विपक्षी गठबंधन को नया नाम
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विपक्षी दलों के I.N.D.I.A गठबंधन को नया नाम दिया। उन्होंने गठबंधन को 'घमंडिया' कहा। पीएम ने कहा कि इन्हें जिंदा रहने के लिए भी NDA का सहारा लेना पड़ा। खुद को बचाने के लिए NDA भी चुराया और इंडिया के भी टुकड़े किए। पीएम ने कहा कि यह घमंडिया गठबंधन महंगाई, भ्रष्टाचार, नीतिगत पंगुता, अस्थिरता, तुष्टिकरण, वंशवाद, बेरोजगारी, हिंसा और आतंकवाद की गारंटी है।
राहुल गांधी पर निशाना
अविश्वास प्रस्ताव पर अपने संबोधन में पीएम मोदी ने राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर भी हमला बोला। पीएम ने कहा कि कल लोक सभा में दिल से बात करने की बात भी कही गई थी। उनके (राहुल गांधी) दिमाग के हाल को तो मैं काफी लंबे समय से जानता हूं। अब उनके दिल का हाल भी पता चल गया है। पीएम ने कहा कि ये बात सच है कि लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, रावण के घमंड ने लंका जलाई। जनता भी भगवान राम की तरह है और इसीलिए कांग्रेस 400 से 40 पर आ गई है। जनता ने दो बार पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी लेकिन आपको तकलीफ हो रही है कि एक गरीब आदमी यहां कैसे बैठा है और यह आपको सोने नहीं दे रहा है। पीएम ने कहा कि देश की जनता विपक्ष को 2024 में भी सोने नहीं देगी। पीएम ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कांग्रेस की परेशानी समझ सकते हैं। वो वर्षों से वे बार-बार एक असफल प्रोडक्ट लॉन्च करते रहे हैं और हर बार लॉन्चिंग फेल हो जाती है। इस बात का नतीजा ये है कि मतदाताओं के प्रति कांग्रेस की नफरत चरम पर पहुंच गयी है, वे मतदाताओं के प्रति घृणा रखते हैं। लेकिन उनके पीआर वाले मोहब्बत की दुकान का प्रचार करते हैं।
मणिपुर पर भी बात
मणिपुर में हो रही हिंसा पर बात करते हुए पीएम ने कहा कि अदालत के फैसले के बाद पक्ष-विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं, उसमें हिंसा का दौर शुरू हुआ। महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए और दोषियों को कड़ी सज़ा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार कोशिश कर रही है। पीएम ने मणिपुर के लोगों से कहा कि देश उनके साथ है। हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे, वहां शांति का सूरज उगेगा। पीएम ने कांग्रेस को इतिहास की भी याद दिलाई और पूछा कि 1966 में कांग्रेस ने वायुसेना से मिजोरम में असहाय लोगों पर हमला कराया। क्या यह किसी अन्य देश की वायु सेना थी? क्या मिजोरम के लोग मेरे देश के नागरिक नहीं थे?
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