Highlights
- अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल आज मुंबई की और देश की आवश्यकता है- मोदी
- 'ये प्रोजेक्ट तेज गति से पूरा हो, ये हम सभी की प्राथमिकता है'
- PM मोदी ने ठाणे-दिवा के बीच नई बनी 5वीं और 6ठी रेल लाइन के शुभारंभ पर हर मुंबईकर को बधाई दी
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना को जल्द पूरा करने पर जोर दिया और कहा कि उनकी सरकार का ध्यान वित्तीय राजधानी में 21वीं सदी के लिए बुनियादी ढांचा तैयार करने पर है। उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी परियोजना (जिसे बुलेट ट्रेन भी कहा जाता है) समय की जरूरत है, क्योंकि यह बुनियादी ढांचे की क्षमता का निर्माण और सुदृढ़ीकरण तथा ‘‘सपनों के शहर’’ के रूप में मुंबई की पहचान को मजबूत करेगी।
प्रधानमंत्री मुंबई महानगर क्षेत्र में ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेलवे लाइन (पांचवीं और छठी) का डिजिटल तरीके से उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दो उपनगरीय ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना को पूरा करना सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। मुंबई-अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर हाई-स्पीड कॉरिडोर की अनुमानित लागत 1,10,000 करोड़ रुपये है। जापान की सहायता से तैयार की जा रही परियोजना भूमि अधिग्रहण के मुद्दों का सामना कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद देश के विकास में मुंबई का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है। मोदी ने कहा, 'अब प्रयास एक ‘आत्मानिर्भर भारत’ बनाने के लिए मुंबई की क्षमता को उन्नत करने का है। इसलिए हमारा ध्यान मुंबई में 21वीं सदी के बुनियादी ढांचे के विकास पर है। अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल आज मुंबई की और देश की आवश्यकता है। ये मुंबई की क्षमता को और सपनों के शहर के रूप में मुंबई की पहचान को सशक्त करेगी। ये प्रोजेक्ट तेज गति से पूरा हो, ये हम सभी की प्राथमिकता है।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि ठाणे और दिवा के बीच नयी रेलवे लाइन मुंबईवासियों के लिए ‘जीवन की सुगमता’ में सुधार करेगी और शहर में जन-जीवन को गति प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्य रेलवे लाइन पर शुक्रवार से शुरू होने वाली 36 नयी उपनगरीय ट्रेनें वातानुकूलित हैं। मोदी ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार उपनगरीय रेलवे नेटवर्क (मुंबई की जीवन रेखा) के आधुनिकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि पांचवीं और छठी लाइन की आधारशिला 2008 में रखी गई थी और उन्हें 2015 तक पूरा किया जाना था, लेकिन इसमें कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा। मोदी ने कहा कि सभी चुनौतियों से पार पाकर उनके निर्माण में तेजी के लिए बाधाओं को दूर किया गया। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार देश में रेलवे के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘योजना और क्रियान्वयन में समन्वय की कमी के कारण बुनियादी ढांचा परियोजनाएं पहले खिंचती रहती थीं, लेकिन हमने उस दृष्टिकोण को बदल दिया है।’’ कार्यक्रम में डिजिटल तरीके से शामिल हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि बुनियादी ढांचे ने देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इसे और मजबूत करने की जरूरत है।