Highlights
- पिछले 2 हफ्तों से मामले जो बढ़ रहे है उससे हमें अलर्ट रहना है-पीएम मोदी
- 96% वयस्क आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है-पीएम मोदी
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना पर मुख्यमंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए सभी राज्यों से अलर्ट रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कई राज्यों में कोरोना के मामले बढ़े हैं जिसे देखते हुए बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता पहले भी थी, आज भी यही रहना चाहिए। टेस्ट,ट्रैक, ट्रीट की हमारी स्ट्रैटेजी को भी हमें उतने ही प्रभावी तौर पर लागू करना है।
पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
- बीते 2 वर्षों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं बैठक है, कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया है और जिन्होंने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है मैं सभी कोरोना वॉरियर्स की प्रशंसा करता हूं।
- पिछले 2 हफ्तों से मामले जो बढ़ रहे है उससे हमें अलर्ट रहना है। 2 साल के भीतर में देश ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर ऑक्सीजन सप्लाई तक कोरोना से जुड़े हर पक्ष में जो आवश्यक है उसे देने का काम किया है। तीसरी लहर में स्थितियां अनियंत्रित होने की खबर नहीं आई।
- देश में सभी वयस्कों के लिए प्रीकॉशन डोज भी उपलब्ध है। तीसरी लहर के दौरान हमने हर दिन 3 लाख से अधिक केस देखे। हमारे सभी राज्यों ने इन्हें हैंडल भी किया और बाकी सभी सामाजिक, आर्थिक गतिविधियों को भी गति दी।
- आज भारत के 96% वयस्क आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है और 15 साल के ऊपर बच्चों को करीब 85% लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। मार्च में हमने 12-14 वर्ष के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरु कर दिया था। कल 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए भी को-वैक्सीन टीके की अनुमति मिल गई है।
- पिछले 2 हफ्तों से मामले जो बढ़ रहे है उससे हमें अलर्ट रहना है। 2 साल के भीतर में देश ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर ऑक्सीजन सप्लाई तक कोरोना से जुड़े हर पक्ष में जो आवश्यक है उसे देने का काम किया है। तीसरी लहर में स्थितियां अनियंत्रित होने की खबर नहीं आई।
- हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ नेशनल और ग्लोबल स्थिति को लगातार मॉनिटर कर रहे हैं। संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता पहले भी थी, आज भी यही रहना चाहिए। टेस्ट,ट्रैक, ट्रीट की हमारी स्ट्रैटेजी को भी हमें उतने ही प्रभावी तौर पर लागू करना है।