प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बीजेपी के 44वें स्थापना दिवस के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है। आइये जानते हैं प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें-
- भारत को लोकतंत्र की जननी करार देते हुए मोदी ने कहा कि शुरू से ही भाजपा की आस्था जनता के विवेक पर रही है और दिनों दिन वह आस्था और मजबूत होती जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने लोकतंत्र की कोख से जन्म लिया, भाजपा लोकतंत्र के अमृत से पोषित है और भाजपा देश के लोकतंत्र व उसके संविधान को मजबूत करते हुए समर्पण भाव से दिन-रात देश के लिए काम कर रही है।’’
- प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते सालों में बहुत सारे दलों ने सामाजिक न्याय के नाम पर राजनीति का दिखावा किया और इन दलों के मुखिया अपने परिवार का भला करते रहे। मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने समाज की कतई चिंता नहीं की जबकि भाजपा सामाजिक न्याय को जीती है, उसकी भावना का अक्षरश: पालन करती है। 80 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव मुफ्त राशन मिलना सामाजिक न्याय का ही प्रतिबिंब है। 50 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव 5,00,000 रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलना सामाजिक न्याय की ही सशक्त अभिव्यक्ति है।’’
- पीएम ने कहा कि कांग्रेस जैसी पार्टियों की संस्कृति छोटा-छोटा सोचना, छोटे सपने देखना और उससे भी कम हासिल करके खुशियां मनाना है। खुशी मतलब एक दूसरे की पीठ थपथपाना है। भाजपा की राजनीतिक संस्कृति है बड़े सपने देखना और उससे भी ज्यादा हासिल करने के लिए जी जान से खप जाना।’’
- पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हनुमान जी का जीवन आज भी हमें भारत की विकास यात्रा में प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि हनुमान जी के पास असीम शक्ति है लेकिन इस शक्ति का इस्तेमाल तभी करते हैं जब स्वयं पर से उनका संदेह समाप्त होता है। 2014 से पहले देश की स्थिति यही थी। आज भारत उस बजरंगबली की तरह अपने अंदर सुप्त शक्ति का आभास कर चुका है। आज भारत समंदर जैसी चुनौतियों का मुकाबला करने में पहले से ज्यादा सक्षम है। मोदी ने कहा कि जब लक्ष्मण जी पर संकट आया तब हनुमान जी पूरा पर्वत ही उठाकर ले आए। भाजपा भी इसी प्रेरणा से परिणाम लाने में लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करती रही है।
- पीएम मोदी ने कहा कि 1947 में अंग्रेज चले गए लेकिन जनता को गुलाम बनाए रखने की मानसिकता यहां के कुछ लोगों के जहन में छोड़ गए थे। ऐसा वर्ग खूब फला-फूला जो सत्ता को अपना जन्मजात हक समझता था। इन लोगों की बादशाही मानसिकता है जिसने जनता को हमेशा अपना गुलाम माना। 2014 में इस दबे कुचले वर्ग ने अपनी आवाज बुलंद की और बादशाही मानसिकता की आवाज को कुचल दिया।
- बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बादशाही मानसिकता वाले कभी सोच नहीं सकते थे कि दशकों-दशकों से हिंसा से जूझ रहे जम्मू कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट में शांति का सूरज निकलेगा। उन्होंने कल्पना नहीं की थी कि धारा 370 इतिहास बन जाएगा। बीजेपी ये काम कैसे कर रही है ये इन्हें पच नहीं रहा है। इसलिए नफरत से भरे हुए ये लोग झूठ-पर झूठ बोलते जा रहे हैं। ये लोग हताश और निराश हो चुके हैं कि अब एक ही रास्ता दिख रहा है और वो खुल के कह रहे हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी।
- अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे इन राजनीतिक दलों की साजिशें चलती रहती हैं लेकिन देशवासियों को सपनों को बिखरते और मुरझाते हुए नहीं देख सकते। उन्होंने कहा कि भाजपा वो पार्टी है जिसके लिए राष्ट्र सदा सर्वोपरि रहा है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत जिसकी आस्था का मूलमंत्र रहा है। जब जनसंघ का जन्म हुआ था तो हमारे पास न ज्यादा सियासी अनुभव था, न साधन थे, न संसाधन थे लेकिन हमारे पास मातृभूमि के प्रति भक्ति और लोकतंत्र की शक्ति थी।
ये भी पढ़ें-
बीजेपी का आज मना रही 44वां स्थापना दिवस, प्रधानमंत्री मोदी बोले- आज भारत बजरंगबली की तरह
"काफी पढ़ी-लिखी हो, कमाने लायक हो, पति बेरोजगार" कोर्ट ने महिला की गुजारा भत्ता की अर्जी पर क्या कहा