Highlights
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में दी जानकारी
- बैठक में दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के रास्ते तलाशेंगे
- पिछले कुछ वर्षों में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच संबंध तेजी से आगे बढ़े हैं
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके आस्ट्रेलियाई समकक्ष स्काट मॉरिसन 21 मार्च को डिजिटल माध्यम से शिखर बैठक करेंगे जिसमें दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के रास्ते तलाशेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन 21 मार्च को दूसरे भारत आस्ट्रेलिया डिजिटल शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे । पहली बैठक जून 2020 में हुई थी।
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि बैठक में दोनों देशों के संबंधों और विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की जायेगी। दोनों देश कारोबार, निवेश, आवजाही, शिक्षा, विज्ञान प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के रास्तों पर विचार करेंगे। बैठक के दौरान दोनों नेता साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
2 दिवसीय दौरे पर भारत आएंगे जापान के प्रधानमंत्री
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि, 19 मार्च को भारत-जापान समिट का आयोजन होगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा 14वें भारत-जापान वार्षिक समिट के लिए 19-20 मार्च को नई दिल्ली का दौरा करेंगे। इन 2 नेताओं की ये पहली मुलाकात होगी। बागची ने आगे कहा कि भारत-जापान के बीच विशेष सामरिक, वैश्विक साझेदारी के दायरे में बहुआयामी सहयोग है. शिखर सम्मेलन विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने और मजबूत करने के साथ-साथ पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगा.
गौरतलब है कि, पिछले कुछ वर्षों में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच संबंध तेजी से आगे बढ़े हैं। जून 2020 में भारत और आस्ट्रेलिया ने अपने संबंधों के स्तर को बढ़ाकर समग्र सामरिक स्तर तक कर दिया था। दोनों देशों ने एक-दूसरे के लाजिस्टिक सहयोग के लिये सैन्य अड्डों तक पहुंच प्रदान करने का समझौता भी किया था। नवंबर 2020 में और पिछले वर्ष मालाबार नौसेना अभ्यास में आस्ट्रेलिया की नौसेना ने हिस्सा लिया था। इसमें जापान और अमेरिका की नौसेना ने भी हिस्सा लिया था।