नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां हीराबेन के अंतिम संस्कार के तुरंत बाद पूर्व निर्धारिक कार्यक्रम के मुताबिक पश्चिम बंगाल की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान पश्चिम बंगाल की पहली और देश की सातवीं वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाई। पीएम मोदी ने अपने भाषण में बंगाल की जनता से माफी मांगी और कहा कि कुछ निजी कारणों से मैं बंगाल नहीं आ सका।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि आज इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख का बहुत महत्व है। 30 दिसंबर 1943 में नेताजी सुभाष में अंडमान में तिरंगा फैराकर भारत की आज़ादी की बिगुल फूंका था। इस घटना के 75 वर्ष होने पर साल 2018 में मैं अंडमान गया था और नेताजी के नाम पर एक द्वीप का नामकरण भी किया था।
उन्होंने कहा कि जिस धरती से वंदे मातरम् का जयघोष हुआ, वहां अभी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई है। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय रेलवे में तेज विकास और सुधार जरूरी है इसलिए केंद्र सरकार भारततीय रेलवे को आधुनिक बनाने के लिए रिकॉर्ड निवेश कर रही है। वंदे भारत, तेजस, हमसफर जैसी आधुनिक ट्रेनें देश में बन रही हैं। सुरक्षित और आधुनिक कोच की संख्या में वृद्धि हो रही है। रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह विकसित किया जा रहा है। रेल लाइनों का आधुनिकिकरण और विद्युतिकरण जिस रफ्तार से हो रहा है वो पहले कभी नहीं हुआ।