प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के केरल दौरे पर हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने गुरुवायूर पहुंचकर श्री कृष्ण मंदिर में दर्शन किए, जिसके बाद कोच्चि में तय कार्यक्रम में शामिल होने से पहले त्रिशूर जिले में मौजूद प्रसिद्ध श्री राम मंदिर त्रिप्रयार मंदिर पहुंच गए। जानकारी दे दें कि केरला दौरे का जो प्लान प्रधानमंत्री कार्यालय ने दिया था उसमें इसका जिक्र नहीं था। इससे पहले मंगलवार को भी आंध्र प्रदेश के सत्य साईं जिले में PM मोदी लेपाक्षी वीरभद्र स्वामी भगवान मंदिर में दर्शन के लिए गए। बता दें कि रामायण काव्य में इस जगह का जिक्र भगवान श्री राम और गिद्धराज जटायु के मिलन की जगह के रूप में वर्णित है। देश के प्रधानमंत्री ने त्रिप्रयार भगवान राम के मंदिर में तकरीबन 45 मिनिट गुजारे। पीएम मोदी ने वहां मलयालम भाषा में रामायण का पाठ सुना और बच्चों के एक समूह से वेद पाठ भी सुना। बता दें कि इस इस दौरान पीएम मोदी फलाहार व्रत भी रखे हुए हैं।
'चिट्ठी लिखकर किया था आने का आग्रह'
केरल BJP के नेताओं के मुताबिक राज्य के इस प्रसिद्ध राम मंदिर के प्रमुख तन्त्री ने कुछ समय पहले PM को चिट्ठी लिखकर उनसे आग्रह किया था कि अयोध्या में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से पहले PM एक बार त्रिप्रयार मंदिर में दर्शन के लिए जरूर आएं। आज PM ने मंदिर प्रबंधन के इस आग्रह को मानते हुए और अपने धर्म अनुष्ठान क्रम का पालन करते हुए भगवान श्री राम के दर्शन किए।
'पीएम ने विशेष तुला भार पूजा में लिया हिस्सा'
इससे पहले गुरुवायूर में श्री कृष्ण के दर्शन करने पहुंचे PM ने विशेष तुला भार पूजा में हिस्सा लिया। इस पूजा में भक्त के वजन के बराबर किसी भी वस्तु को तौलकर उसे भगवान को अर्पित किया जाता है। BJP के नेताओं ने बताया कि PM ने कमल पुष्पों का तुलाभार करवाया और भगवान को भेंट किया गया।
'आज रामेश्वरम भी जा रहे हैं पीएम मोदी'
दक्षिण में राम मंदिरों का PM का दौरा अभी थमने वाला नहीं है। तमिलनाडु BJP नेताओं के मुताबिक PM मोदी शुक्रवार और शनिवार को भी दक्षिण में कर्नाटका और तमिलनाडु के दौरे पर हैं। शुक्रवार को चेन्नई में PM मोदी खेलो इंडिया के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे। तमिलनाडु BJP नेताओं के मुताबिक शनिवार को PM तिरुचिरापल्ली के प्रसिद्ध विष्णु मंदिर श्री रंगम मंदिर में भी दर्शन करेंगे। इसके बाद वो रामनाथपुरम जिले के प्रसिद्ध रामेश्वरम मंदिर जाकर दर्शन करेंगे। सूत्रों की मानें तो PM रामेश्वरम का पवित्र जल भी अपने साथ लेकर जाएंगे जिसका इस्तेमाल श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पूजा कार्यक्रम में किया जाएगा।
पिछले चुनावों में कुछ ऐसा था बीजेपी का हाल
2019 के लोकसभा चुनावों की बात करें तो दक्षिण की 140 सीटों में से BJP को सिर्फ 29 सीटें ही मिलीं थीं। कर्नाटका में BJP को 28 में से 25 सीटों पर जीत मिलीं, इस बार इन आंकड़ों को रिपीट करना भी BJP के लिए बड़ी चुनौती है क्योंकि इस बार राज्य में सरकार कांग्रेस की है। कांग्रेस ने जो 5 फ्री गारंटी जनता को दी है उसका जमीन पर बहुत असर देखने को मिल रहा है। तेलंगाना की 17 सीटों में से BJP को पिछले चुनावों में 4 सीटें ही मिली थीं। इस बार पार्टी को उम्मीद है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन के चलते इस टैली को और भी बढ़ाया जा सकता है।
तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और केरला में पिछले चुनावों में BJP अपना खाता भी खोल नहीं पाई
तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में जातीय समीकरण इस कदर हावी है कि वहां वोटों के ध्रुवीकरण का दांव काम नहीं करता लेकिन ये भी सच है कि प्रभु श्री राम भक्ति के मामले में आम लोगों की श्रद्धा बहुत ही घनिष्ट है। भाषाई कनेक्ट न होने के चलते PM अभी तक दक्षिण भारत की जनता से डायरेक्ट नहीं जुड़ पाए हैं लेकिन ऐसा लगता है कि PM का प्रभु श्री राम से जुड़ाव इस खाई को पाट सकता है। बता दें कि पीएम मोदी मंगलवार को आंध्रप्रदेश के लेपाक्षी वीरभद्र मंदिर गए थे।
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