नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को चुनाव के अंतिम चरण के लिए प्रचार अभियान के समापन के साथ ही विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर 45 घंटे का ध्यान करेंगे। इसके लिए वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। विजिटर्स के प्रवेश पर भी पाबंदी रहेगी। 2,000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान कड़ी निगरानी रखेंगी। प्रधानमंत्री 30 मई की शाम से एक 1 जून की शाम तक ध्यान करेंगे। इस जगह को इसलिए चुना गया है क्योंकि माना जाता है कि स्वामी विवेकानंद को यहीं पर दिव्य दृष्टि प्राप्त हुई थी।
तिरुवनंतपुरम से कन्याकुमारी हेलीकॉप्टर से जाएंगे
इस दौरान दो दिनों तक समुद्र तट पर पर्यटकों को जाने की इजाजत नहीं होगी। गुरुवार से शनिवार तक समुद्र तट पर्यटकों के लिए बंद रहेगा और निजी नौकाओं को भी समुद्र तट पर जाने की अनुमति नहीं होगी। पीएम मोदी वहां हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे। हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग का ट्रायल किया गया है। पीएम मोदी सबसे पहले तिरुवनंतपुरम पहुंचेंगे और वहां से एमआई-17 हेलीकॉप्टर से कन्याकुमारी जाएंगे। वे शाम 4 बजकर 35 मिनट पर वहां। वे सूर्यास्त देखेंगे और फिर ध्यान में बैठेंगे। वे 1 जून को दोपहर 3.30 बजे कन्याकुमारी से वापस लौटेंगे।
विवेकानंद के दृष्टिकोण को साकार करना उद्देश्य
पांच साल पहले उन्होंने 2019 के चुनाव प्रचार अभियान के बाद केदारनाथ गुफा में ध्यान लगाया था। एक सूत्र ने बताया कि चूंकि प्रधानमंत्री ध्यान लगाने के लिए करीब 45 घंटे रुकेंगे त भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना समुद्री सीमाओं पर निगरानी रखेगी। भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आध्यात्मिक प्रवास के लिए कन्याकुमारी को इसलिए चुना क्योंकि वह देश में विवेकानंद के दृष्टिकोण को साकार करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें यह विश्वास है कि चार जून को मतगणना होने के बाद वह तीसरी बार सत्ता में वापस लौटेंगे।
इसी जगह पर स्वामी विवेकानंद ने तीन दिन तक ध्यान लगाया था
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण का मतदान एक जून को होना है। मतदान से दो दिन पहले चुनाव-प्रचार समाप्त हो जाता है। भाजपा के पदाधिकारियों ने बताया कि जिस स्थान पर प्रधानमंत्री ध्यान लगाएंगे उसका विवेकानंद के जीवन पर बड़ा प्रभाव था। उन्होंने कहा कि देशभर में घूमने के बाद विवेकानंद यहीं पहुंचे थे और यहां उन्होंने तीन दिन तक ध्यान लगाया था और एक विकसित भारत का सपना देखा था। (PTI)