Highlights
- 12 जुलाई को झारखंड के देवघर जा रहे हैं पीएम मोदी
- इससे पहले अधिकारियों और कर्मचारियों को लगाई जाएगी प्रीकॉशन डोज
- झारखंड के लिए ऐतिहासिक होगा पीएम मोदी का यह दौरा - निशिकांत दुबे
PM Modi Jharkhand Visit: 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देवघर दौरे से पहले स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया है। प्रशासन पीएम मोदी के इस दौरे को सफल बनने में जुटा हुआ है। राज्य में कोविड के केस भी एकाएक बढ़ रहे हैं, जिसके बाद जिला प्रशासन और भी सख्ती बरत रहा है। पीएम मोदी के दौअरे के दौरान ड्यूटी पर रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
एक खबर के अनुसार पीएम मोदी के 12 जुलाई को प्रस्तावित देवघर दौरे के दौरान ड्यूटी पर तैनात झारखंड सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों को प्री-कॉशन वैक्सीन लगाएगी। एक अधिकारी ने बताया कि, "देवघर जिला प्रशासन ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बृहस्पतिवार को यह निर्णय लिया है।" आपको बता दें कि झारखंड में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 102 नए मामले सामने आए थे। इनमें से 11 मामले देवघर में दर्ज किए गए थे। हालांकि, बृहस्पतिवार को राज्य में संक्रमण से किसी की भी मौत नहीं हुई थी।
पीएम मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान देवघर हवाईअड्डे का उद्घाटन करेंगे, जो 401 करोड़ रुपये की लागत से 657 एकड़ भूमि पर बनाया गया है। इसमें 2,500 मीटर लंबा रनवे भी मौजूद है, इस रनवे पर एयरबस ए320 जैसे बड़े विमानों का उड़ान भरना और लैंडिंग करना भी संभव है। हवाईअड्डे में छह चेक-इन काउंटर के साथ 5,130 वर्ग फीट का टर्मिनल भवन बनाया गया है, जिससे एक बार में 200 यात्री प्रवेश कर सकते हैं।
ऐतिहासिक होगा पीएम का यह दौरा - निशिकांत दुबे
वहीं पीएम मोदी के इस दौरे से पूर्व गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने बताया कि, "पीएम मोदी का देवघर का यह दौरा ऐतिहासिक होगा। इस दौरान को वे एयरपोर्ट समेत कई अन्य सौगातें जनता को समर्पित करेंगे। इस दौरान वे बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना करेंगे और आशीर्वाद लेंगे।" उन्होंने बताया कि, "पीएम मोदी के इस दौरे का सिर्फ देवघर या गोड्डा ही नहीं बल्कि पूरा झारखंड इंतजार कर रहा था। क्योंकि इसी दौरे से झारखंड को उसका दूसरा अंतर्राष्ट्रीय और विश्वस्तरीय एयरपोर्ट मिलने जा रहा है।"
इसके साथ ही पीएम मोदी का 14 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेले से पहले बाबा बैद्यनाथ धाम में पूजा-अर्चना करने का भी कार्यक्रम है। श्रावणी मेले को झारखंड का सबसे बड़ा सामाजिक-धार्मिक आयोजन माना जाता है, जहां हर साल सावन के महीने में देश-विदेश से औसतन 35 लाख से अधिक श्रद्धालु जुटते हैं।