नई दिल्ली: देश में कोरोना के विरुद्ध एक बार फिर युद्ध छिड़ गया है। चीन में कोरोना विस्फोट के बाद भारत हाई अलर्ट पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना पर हाईलेवल रिव्यू मीटिंग की। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के अलावा कई एक्सपर्ट मौजूद थे। प्रधानमंत्री की कोरोना पर समीक्षा बैठक के बाद अब राज्यों के लिए नई एडवाइजरी और गाइडलाइंस जारी हो सकती है। इस एडवाइजरी में नए साल के जश्न में भीड़ कम करने और 7 दिन के अंदर क्वारंटीन और टेस्टिंग की तैयारी पूरी कर लेने के निर्देश मिल सकते हैं।
जानिए, PM की बैठक के बाद क्या-क्या निर्देश आ सकते हैं-
- विदेश से आने वाले हर यात्री की तुरंत टेस्टिंग शुरू करने के आदेश हो सकते हैं।
- पॉजिटिव मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग का फरमान जारी हो सकता है।
- कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और यात्रा से लौटने वालों को होम आईसोलेशन में रखने की गाइडलाइंस भी आ सकती है।
- सोशल डिस्टेंसिंग रखने और घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनने की नई एडवाइजरी आ सकती है।
- लोगों को भीड़भाड़ वाली जगह से दूर रहने और सात दिन के क्वारंटीन में रखने सहित सभी जरूरी तैयारी करने का निर्देश दिया जा सकता है।
'भारत में कोरोना के केस लगातार कम हो रहे हैं, सतर्क रहना जरूरी'
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज संसद में कहा कि चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं वहीं भारत में कोरोना के मामले लगातार कम रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल देश हर दिन औसतन 153 केस दर्ज हो रहे हैं जबकि दुनिया में हर रोज औसतन 5.87 लाख केस सामने आ रहे हैं। जापान, साउथ कोरिया, इटली जैसे देशों में कोरोना के मामले में सतत वृद्धि देखी जा रही है। चीन में भी बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित होने और मौत की खबरें छप रही हैं।
अब तक बीएफ.7 वैरिएंट के तीन मामले आए
दुनियाभर में तेजी से संक्रमण फैला रहे कोरोना के ओमीक्रोन सब वेरिएंट बीएफ.7 के तीन मामले भारत में अब तक सामने आये हैं। गुजरात से दो मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है। बीएफ.7, ओमीक्रोन के वेरिएंट बीए.5 का एक सब वैरिएंट है और यह काफी संक्रामक है। इसकी ‘इनक्यूबेशन’ अवधि कम है। यह पुन: संक्रमित करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता रखता है, जिनका (कोविड-19) वैक्सीनेशन हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने अक्टूबर में भारत में बीएफ.7 के पहले मामले का पता लगाया था।