Highlights
- समय-समय पर पीएम मोदी खिलाड़ियों से व्यक्तिगत तौर पर मिलते रहे
- ओलंपिक, पैरालंपिक समेत तमाम अहम खेल इवेंट पर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया
- खेलो इंडिया की मुहिम से खेल के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया
PM Modi Govt 8 Years : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद खेल पर भी विशेष ध्यान देना शुरू किया। शहर से लेकर गांव तक खेल सुविधाओं का विस्तार और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर ठोस प्रयास शुरू किए। पीएम मोदी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों का समय-समय पर उत्साहवर्धन भी करते रहे। ओलंपिक पदक विजेताओं के साथ उनकी मुलाकात सुर्खियों में रही थी। उन्होंने पीएम आवास पर खिलाड़ियों के सम्मान में एक कार्यक्रम रखा था। इतना ही नहीं टोक्यो ओलंपिक में हार से हताश महिला हॉकी टीम का भी उन्होंने हौसला बढ़ाया था।
'खेलो इंडिया' मुहिम की शुरुआत
खेल के क्षेत्र में मोदी सरकार का सबसे बड़ा कदम रहा 'खेलो इंडिया' की पहल। इस मुहिम के जरिए भारतीय युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने के लिए एक नया मंच मिला। 2017 में इसकी शुरुआत हुई। बच्चों के साथ जुड़कर देश में खेल की भावना को एक बार फिर से जगाने के लिए शुरू किया गया था। इस पहल के तहत देश भर में विभिन्न खेलों के लिए बुनियादी ढांचे और खेल अकादमी के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया जाने लगा।
'खेलो इंडिया' से कई बड़े नाम उभरे
इसके बाद खेलो इंडिया यूथ गेम्स और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स भी शुरू हुए और इन प्रतिस्पर्धाओं से कई बड़े नाम खेल के क्षेत्र में उभरे। इन खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी। वहीं पीएम मोदी व्यक्तिगत तौर पर भी संवाद स्थापित कर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते रहे है। हाल में संपन्न खेले इंडिया गेम्स के लिए उन्होंने वीडियो संदेश के जरिए खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया और उन्हें शुभकामनाएं दी।
मन की बात के जरिए खिलाड़ियों का बढ़ाया उत्साह
टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए जब भारतीय टीम वहां रवाना होने वाली थी तो मोदी ने मन की बात के जरिए सभी देशवासियों ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि खिलाड़ियों पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाएं। उन्होंने खिलाड़ियों के समर्थन और उत्साहवर्धन के लिए 'चीयर फॉर इंडिया' हैशटेग से अभियान चलाने की गुजारिश की थी। टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय खिलाड़ियों का दल जब रवाना हो रहा था उससे पहले पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टीम के सदस्यों से बात की थी और उनका मनोबल बढ़ाया था।
टोक्यो ओलंपिक पदक विजेताओं से की बात
टोक्यो ओलंपिक में जब नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक स्पर्धा में देश को एथलीट में लंबे अर्से बाद स्वर्ण पदक दिलाया तो देर शाम पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा से बात की उन्हें देशवासियों की तरफ से शुभकामनाएं दी। टोक्यों ओलंपिक के सभी पदक विजेताओं से पीएम मोदी ने बात की और उनका उत्साहवर्धन किया। इससे खिलाड़ियों को एक नया हौसला मिला।
हार से हाताश टीम में फूंक दी नई जान
सबसे भावुक पल था जब भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल मुकाबला हार गई थी। पूरी टीम घोर निराशा में थी। सभी खिलाड़ियों की आंखों में आंसू थे कि मेडल के करीब पहुंचकर भी हम उससे दूर रह गए। लेकिन इस निराशा की घड़ी में पीएम मोदी का फोन आया और उन्होंने सभी का हौसला बढ़ाया। सबके प्रदर्शन की तारीफ की और कहा कि हम मेडल से भले ही दूर रह गए लेकिन पहले की तुलना में टीम ने बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया।
पैरालंपिक खिलाड़ियों का भी बढ़ाया हौसला
पैरालंपिक में हिस्सा लेने वाली टीम का भी मोदी ने उत्साह बढ़ाया था और पदक जीतकर लौटी टीम के खिलाड़ियों से उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर बात की थी। पीएम मोदी का यह अंदाज खिलाड़ियों को ही नहीं भाया, देशभर के लोगों ने मोदी के इस कदम की तारीफ की। उभरते खिलाड़ियों को मोदी के इस कदम से हौसला मिल रहा है। हाल में संपन्न थॉमस कप में विजेता बैडमिंटन टीम के खिलाड़ियों से भी पीएम मोदी ने बात की उन्हें जीत की शुभकामनाएं दी।