जयपुर: पीएम मोदी ने जयपुर महाखेल प्रतिभागियों को संबोधित किया है। उन्होंने कहा कि खेल के मैदान से कोई खिलाड़ी खाली हाथ नहीं लौटता है। जयपुर महाखेल में खिलाड़ी जीतने और सीखने के लिए उतरे हैं। भारत का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी महाखेल में शामिल हैं। देश में आज खेलों को खिलाड़ियों के चश्मे से देखा जा रहा है। महाखेल में बेटियों की सवा सौ से ज्यादा टीमें शामिल हुई हैं। खेल प्रतियोगिताओं का सिलसिला बड़े बदलाव का प्रतिबिंब है।
पीएम मोदी ने कहा, 'राजस्थान की धरती तो अपने युवाओं के जोश और सामर्थ्य के लिए ही जानी जाती है। इतिहास गवाह है, इस वीर धरा की सन्तानें रणभूमि को भी अपने शौर्य से खेल का मैदान बना देती हैं। इसलिए अतीत से लेकर आज तक जब भी देश की रक्षा की बात आती है तो राजस्थान के युवा आगे खड़े होते हैं।'
उन्होंने कहा, 'ओलंपिक जैसी बड़ी वैश्विक प्रतियोगिताओं में भी अब सरकार पूरी शक्ति से अपने खिलाड़ियों के साथ खड़ी रहती है। TOPS जैसी स्कीम के जरिए वर्षों पहले से खिलाड़ी ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं।'
उन्होंने कहा, 'भारत के प्रस्ताव पर यूनाइटेड नेशंस वर्ष 2023 को इंटरनेशनल मिलेट ईयर के तौर पर मना रहा है। राजस्थान तो मिलेट्स यानी मोटे अनाजों की श्री अन्न की बेहद समृद्ध परंपरा का घर ही है। राजस्थान का श्री अन्न-बाजरा और श्री अन्न-ज्वार यहां की पहचान है।'
ये भी पढ़ें-
कांग्रेस के पूर्व विधायक का रोड एक्सीडेंट में निधन, ट्रक ने मारी टक्कर, सीएम ने जताया दुख
अमेरिका ने मार गिराया चीन का 'जासूसी' बैलून, 3 एयरपोर्ट रखे गए थे बंद, चीन ने जताया कड़ा विरोध