दिल्ली में बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज सोमवार से एनडीएमसी कंवेंशन सेंटर में शुरू हो गई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 35 केंद्रीय मंत्री, 12 राज्यों के मुख्यमंत्री और सभी राज्यों के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में 10 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव सहित कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। इसके साथ ही इस बैठक में नेताओं को परोसे जाने वाला खाना भी बेहद खास होने वाला है। सूत्रों की माने तो पूरा भोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंद को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय मिलेट ईयर के मद्देनजर बीजेपी की इस दो दिवसीय बैठक के दौरान नेताओं के लंच और डिनर का मेन्यू काफी खास होने वाला है। देसी घी में बने व्यंजन परोसे जाएंगे। मेन्यू में प्रधानमंत्री मोदी की पसंद का खास ख्याल रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों देश के लोगों से मोटे अनाज को अपने रोज के भोजन में शामिल करने की अपील की थी। ऐसे में बैठक में पीएम मोदी के पसंदीदा देसी और मोटे अनाज से बने व्यंजनों की भी व्यवस्था की गई है। पिछले दिनों संसद के सत्र के दौरान सांसदों के लिए मोटे अनाज का भोज भी आयोजित किया गया था।
आज रात्री भोजन में क्या मिलेगा?
बैठक में शामिल होने वाले बीजेपी सदस्यों को आज 16 जनवरी की रात को खाने में अजवाइन के साथ नमकीन चपाती, आलू-मेथी, रवा मसाला डोसा, सांभर, दाल-खिचड़ी और घी, सेव-टमाटर की सब्जी परोसी जाएगी, जबकि मिठाई के लिए मिश्री-मावा, बादाम हलवा, मैसूरपैक परोसा जाएगा।
कल दोपहर और रात्रि के भोजन
17 जनवरी को कार्यकारिणी के दूसरे व आखिरी दिन दोपहर के भोजन में बाजरे से बने भोजन को प्रमुखता दी गई है। खास तौर से कार्यकारिणी के सदस्यों को पहले मोटे अनाज से बने व्यंजन व मिठाई दोपहर व रात्रि के भोजन परोसे जाएंगे।
लंच में और क्या-क्या होगा?
लंच में छाछ के साथ बाजरा महेरी, सूप के साथ बाजरा महेरी, लाल लोबिया का सलाद, फाइबर दही बड़ा, बाजरा पापड़ी चाट, रागी इडली, चटनी और सांभर के साथ बाजरा खिचड़ी, कढ़ी के साथ बाजरा की खिचड़ी, बिसिबेले भात, ज्वार ढोकली, दाल के साथ पंचमेली, मेथी बाजरे का साग ज्वार की रोटी परोसे जाएंगे।
बाजरे की रोटी, बाजरे की मेथी का पराठा, ज्वार की रोटी, जौ और चना का पराठा भी परोसा जाएगा। साथ ही बाजरे की खीर और शामक की फिरनी के रूप में भी पारंपरिक तरीके से मिठाई तैयार की जाएगी।