Highlights
- प्रधानमंत्री मोदी दो बाड़ों में चीते को छोड़ेंगे
- दूसरे बाड़े में एक मादा चीता को छोड़ा जाएगा
- देश चीता विलुप्त हो गए
PM Narendra Modi Birthday: मध्य प्रदेश और देश के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहने वाला है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने जन्मदिन पर देश के दिल मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को 70 वर्ष के लम्बे अंतराल के बाद पुन: बसाने के लिये विमुक्त करेंगे। इसके साथ ही बड़े जंगली जानवरों को पुनस्र्थापित करने की दुनिया की पहली अंतरमहाद्वीपीय परियोजना का शुभारंभ करेंगे।
कितने बजे पहुंचेंगे पीएम मोदी
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी सुबह 10.30 बजे देश के दिल मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से आए चीतों के दल को छोड़ेंगे। उसके बाद सुबह 11.40 बजेहरा-भरा मध्य प्रदेश अभियान को बढ़ावा देने के लिए पीएम कराहल हेलीपेड स्थल पर पौधा रोपण करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी श्योपुर जिले के कराहल के मॉडल स्कूल ग्राउंड में दोपहर 12 बजे महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके अलावा विशेष पिछड़ी जनजाति समूह कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों शिवपुरी, मण्डला, शहडोल और तामिया का ई-लोकार्पण करेंगे।
आखिर कूनो पार्क क्यों चुना गया
आपको बता दें कि 1952 में सरकारी तौर पर घोषित कर दिया गया था कि देश चीता विलुप्त हो गए, जिसके बाद मोदी सरकार के पहल पर अब भारत में फिर से चीता देखने को मिलेगा। इसके पूर्व चीता पुनस्र्थापना के लिए केन्द्र और राज्य सरकार के साथ अंतर्राष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों की चर्चा हुई। प्रदेश के लिये गौरव की बात है कि भारतीय वन्य जीव संस्थान (वाईल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट) ने भारत में चीता पुनस्र्थापना के लिए किये गये संभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण में देश में चयनित 10 स्थान में से प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान को सर्वाधिक उपयुक्त पाया। यह ऐतिहासिक है कि इस कार्य का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी के कर-कमलों से हो रहा है।
कितने एरिया में फैला है ये पार्क
प्रधानमंत्री मोदी दो बाड़ों में चीते को छोड़ेंगे। पहले बाड़े में दो नर चीते छोड़े जाएंगे। दूसरे बाड़े में एक मादा चीता को छोड़ा जाएगा। वन विभाग के अधिकारियों के दल ने नामीबिया की चीता प्रबंधन तकनीक का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। परियोजना के एकीकृत प्रबंधन में कूनो राष्ट्रीय उद्यान के 750 वर्ग किलोमीटर में लगभग दो दर्जन चीतों के रहवास के लिए उपयुक्तता है। इसके अतिरिक्त करीब 3 हजार वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र दो जिलों श्योपुर और शिवपुरी में चीतों के स्वच्छंद विचरण के लिए उपयुक्त है।
अन्य कार्यक्रमों को करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी श्योपुर जिले के कराहल में महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन में शिवपुरी, मण्डला, शहडोल और तामिया के विशेष पिछड़ी जनजाति समूह कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों का ई-लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी स्व-सहायता समूहों की बहनों से संवाद कर उद्यमशीलता की जानकारी प्राप्त करेंगे। प्रदेश में महिला सशक्तिकरण और उन्मुखीकरण के लिये म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में तीन लाख 86 हजार स्व-सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। इन समूहों से 43 लाख से अधिक परिवार जुड़े हैं। समूहों द्वारा सब्जी उत्पादन, दुग्ध उत्पादन, अगरबत्ती, हैण्डवॉश, साबुन निर्माण, कृषि और पशुपालन आधारित आजीविका गतिविधियाँ और आजीविका पोषण वाटिका के संचालन संबंधी कार्य किये जा रहे हैं।